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संसद का शीतकालीन सत्र: विपक्ष का प्रदर्शन और अहम बिलों की तैयारी

दिल्ली। संसद का शीतकालीन सत्र शुक्रवार को पांचवें दिन प्रवेश कर गया। गुरुवार को कार्यवाही शुरू होने से पहले विपक्षी सांसदों ने मकर द्वार पर दिल्ली के बढ़ते एयर पॉल्यूशन के मुद्दे पर विरोध प्रदर्शन किया। कई सांसद गैस मास्क पहनकर पहुंचे और सदन में एयर पॉल्यूशन पर चर्चा की मांग की।

सत्र में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन के दौरे को लेकर भी विपक्ष ने सवाल उठाए। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार विपक्ष को विदेशी मेहमानों से मिलने नहीं देती। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार और विदेश मंत्रालय इस नियम का पालन नहीं करते और यह उनकी असुरक्षा का संकेत है।

सत्र में बीते दिन राज्यसभा ने सेंट्रल एक्साइज (अमेंडमेंट) बिल, 2025 पारित किया। इसके तहत तंबाकू और उससे बने उत्पादों पर अधिक एक्साइज ड्यूटी लगेगी। लोकसभा ने यह बिल पहले ही पास किया था।

इस सत्र में कुल 10 नए बिल पेश किए जाएंगे। इनमें एटॉमिक एनर्जी बिल अहम है, जो पहली बार निजी कंपनियों को न्यूक्लियर पावर प्लांट लगाने की अनुमति देगा। इसके अलावा हायर एजुकेशन कमीशन ऑफ इंडिया बिल पेश होगा, जिसमें UGC, AICTE और NCTE जैसे अलग-अलग संस्थानों को खत्म कर एक राष्ट्रीय कमीशन बनाया जाएगा।

अन्य महत्वपूर्ण बिलों में नेशनल हाईवे (संशोधन) बिल भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया को तेज और पारदर्शी बनाएगा। कॉर्पोरेट लॉ और LLP कानून में बदलाव, सिक्योरिटीज मार्केट्स कोड बिल, संविधान संशोधन बिल और ऑर्बिट्रेशन एंड कॉन्सीलिएशन (अमेंडमेंट) बिल भी पेश होंगे।

सत्र में जस्टिस वर्मा के महाभियोग की संभावनाओं पर भी चर्चा होगी। जांच समिति की रिपोर्ट आने के बाद अगर आरोप सही पाए गए, तो संसद में महाभियोग प्रस्ताव पेश किया जा सकता है। विपक्षी दल CEC के खिलाफ भी अगले सत्र में महाभियोग की तैयारी कर रहे हैं।

पहले चार दिनों में वित्त मंत्री ने तीन बिल पेश किए, SIR पर बहस तय हुई, PM मोदी ने बंगाल के सांसदों से मुलाकात की और राहुल गांधी ने विदेशी नेताओं से मिलने में रोड़े अटकाने का आरोप लगाया।

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