SIR प्रक्रिया पर एजाज ढेबर का आरोप: “मतदाता सूची से नाम बिना कारण काटे जा रहे, फॉर्म भरने के बाद भी नहीं मिली पावती”

रायपुर। छत्तीसगढ़ में विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) प्रक्रिया इस समय तेजी से चल रही है, लेकिन राजधानी रायपुर में मतदाता सूची को लेकर भारी नाराज़गी सामने आ रही है। पूर्व महापौर एजाज ढेबर मंगलवार को चुनाव आयोग के दफ्तर पहुंचे और मुख्य चुनाव आयुक्त को ज्ञापन सौंपकर गंभीर अनियमितताओं की शिकायत की। उनके साथ वे लोग भी मौजूद थे जिनका नाम इस बार की मतदाता सूची से अचानक गायब हो गया है।
ढेबर ने आरोप लगाया कि SIR प्रक्रिया के नाम पर बड़ी संख्या में मतदाताओं के नाम बिना किसी सत्यापन, सूचना या कारण बताए हटाए जा रहे हैं। उनका कहना था कि कई नागरिकों ने ऑनलाइन और ऑफलाइन SIR फॉर्म भरे, लेकिन उन्हें कोई पावती नहीं मिली। इससे वे न तो यह साबित कर पा रहे कि उन्होंने आवेदन किया था और न ही यह पता लगा पा रहे कि उनका आवेदन प्रोसेस कहां तक पहुंचा है।
ज्ञापन में दावा किया गया है कि 2003 से लगातार मतदान कर रहे हजारों लोगों के नाम इस बार की सूची से विलोपित कर दिए गए हैं। ढेबर ने कहा—“यह लोकतांत्रिक अधिकार का हनन है। बिना जांच और बिना सूचना के नाम हटाना बेहद चिंताजनक है।”
उन्होंने मुख्य चुनाव आयुक्त को बताया कि SIR के तहत आवेदन करने के बाद नागरिकों को कोई ट्रैकिंग सुविधा उपलब्ध नहीं है। इससे पूरी प्रक्रिया भ्रमित करने वाली हो गई है और लोग समझ ही नहीं पा रहे कि आगे क्या करें।
ढेबर ने यह भी कहा कि जिन लोगों के नाम हटाए गए हैं, उनके लिए कोई अलग पोर्टल, हेल्पडेस्क या स्पष्ट प्रक्रिया नहीं बताई गई है कि वे अपना नाम वापस सूची में कैसे जोड़ें। नागरिकों में इस कारण भारी असंतोष है। उन्होंने आयोग से मांग की कि पूरी प्रक्रिया पारदर्शी की जाए और जिन लोगों के नाम गलत तरीके से हटाए गए हैं, उन्हें तत्काल सूची में पुनः शामिल किया जाए।



