रिजर्वेशन व्यवस्था में बदलाव, अब फर्स्ट चार्ट पूरी तरह ऑटोमेटिक

रायपुर। रेलवे बोर्ड ने रिजर्वेशन चार्ट तैयार करने की प्रक्रिया में बड़ा बदलाव करते हुए इसे और अधिक पारदर्शी एवं स्वचालित बनाने का निर्णय लिया है।
अब ट्रेन के रवाना होने से कम से कम 8 घंटे पहले फर्स्ट रिजर्वेशन चार्ट जोनल रेलवे द्वारा मैनुअली तैयार नहीं किया जाएगा। इसकी जगह पूरा चार्ट ऑटोमेटिक सिस्टम के माध्यम से बनेगा, जिससे मानवीय हस्तक्षेप कम होगा और यात्रियों को कन्फर्म टिकट की स्थिति पहले और सटीक रूप से मिल सकेगी।
रेलवे ने 10 जुलाई 2025 से लागू पुराने नियमों में संशोधन किया है। पहले सुबह 5 बजे से दोपहर 2 बजे तक चलने वाली ट्रेनों का चार्ट पिछले दिन रात 9 बजे बनता था, जबकि शेष ट्रेनों का चार्ट ट्रेन छूटने से 8 घंटे पहले तैयार किया जाता था। नई व्यवस्था में फर्स्ट चार्ट अब 8 घंटे पहले बनने की बाध्यता से मुक्त कर दिया गया है। यह चार्ट तभी बनेगा जब सिस्टम इसे स्वचालित रूप से तैयार करेगा।
हालांकि, विशेष परिस्थितियों जैसे तकनीकी समस्याएं, अतिरिक्त कोचों का इंतजाम या अन्य आपात स्थिति में जोनल रेलवे आवश्यक अधिकार का उपयोग कर चार्ट बनवा सकेगा। सेकंड रिजर्वेशन चार्ट का समय पहले की तरह ही रहेगा, जिससे अंतिम क्षण में उपलब्ध सीटों की जानकारी यात्रियों को मिलती रहेगी।
रेलवे की टेक्नोलॉजी इकाई सीआरआईएस को इस नई व्यवस्था के अनुरूप सॉफ्टवेयर अपडेट करने के निर्देश दिए गए हैं। रेलवे बोर्ड का मानना है कि इससे चार्ट तैयार करने में एकरूपता आएगी, गड़बड़ियों में कमी आएगी और वेटिंग लिस्ट वाले यात्रियों को टिकट कन्फर्मेशन की स्थिति पहले ही स्पष्ट हो जाएगी। नई प्रणाली से रेलवे की पारदर्शिता बढ़ेगी और यात्रियों का भरोसा भी मजबूत होगा।





