25 नवंबर को राममंदिर में ध्वजारोहण: PM मोदी करेंगे शिखर पर ध्वज फहराने का शुभारंभ, भागवत-योगी होंगे मौजूद; आम लोगों के लिए दर्शन बंद

दिल्ली। अयोध्या राममंदिर के शिखर पर ध्वज फहराने की तैयारियां पूरी हो गई हैं। 25 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दोपहर 12 से 12.30 बजे के बीच अभिजीत मुहूर्त में बटन दबाकर 161 फीट ऊंचे शिखर पर स्थापित 42 फीट के स्तंभ पर ध्वज फहराएंगे। उनके साथ RSS प्रमुख मोहन भागवत और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी रहेंगे। ध्वज फहरते ही मंदिर परिसर में घंटे-घड़ियालों की ध्वनि गूंज उठेगी और वैदिक मंत्रोच्चार से वातावरण भक्तिमय होगा।
ध्वज केसरिया रंग का है, जिसमें सूर्य, ॐ और कोविदार वृक्ष के प्रतीक उकेरे गए हैं। अहमदाबाद के कारीगरों ने इसे विशेष नायलॉन पैराशूट फैब्रिक से तैयार किया है, जो तेज हवा और बारिश में भी सुरक्षित रहेगा। ऑटोमैटिक फ्लैग होस्टिंग सिस्टम से ध्वज 360 डिग्री घूम सकेगा और बिना शिखर पर चढ़े इसे बदला जा सकेगा। हालांकि, ट्रस्ट ने अभी तय नहीं किया कि ध्वज कितने समय में बदला जाएगा।
25 नवंबर को VIP मूवमेंट के चलते आम लोगों को मंदिर में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। दर्शन केवल 26 नवंबर से फिर शुरू होंगे। आयोजन में करीब 8 हजार लोगों के पहुंचने की उम्मीद है। देश-दुनिया से आए मेहमानों के लिए तीर्थ क्षेत्र पुरम में टेंट सिटी बनाई जा रही है, जहां 1600 से अधिक लोगों के ठहरने की व्यवस्था होगी। सुरक्षा के मद्देनजर मेहमानों को मोबाइल ले जाने पर रोक लगा दी गई है।
PM मोदी अयोध्या में करीब 3 घंटे रहेंगे। वे पहले हनुमानगढ़ी में पूजा करेंगे, फिर रामलला के दर्शन कर आरती उतारेंगे। इंजीनियरों और श्रमिकों से भी मुलाकात की योजना है। ट्रस्ट के अनुसार, ध्वज फहरने के बाद मंदिर को पूर्ण रूप से ‘संपूर्ण’ माना जाएगा। अयोध्या में राम-सीता विवाह उत्सव भी पहली बार मनाया जा रहा है। 12 प्रमुख मंदिरों से भव्य बारातें निकाली जाएंगी और पूरे शहर में धार्मिक ध्वजों से सजावट की जाएगी।



