छत्तीसगढ़ में पांच दिन शीतलहर का असर, मैनपाट में ओस बनी बर्फ, दुर्ग सबसे ठंडा मैदानी जिला

रायपुर। छत्तीसगढ़ में सर्दी ने समय से पहले दस्तक दे दी है। मौसम विभाग ने अगले पांच दिनों तक राज्य के उत्तरी और मध्य हिस्सों में शीतलहर चलने की चेतावनी जारी की है। मैनपाट में घास पर ओस की बूंदें जमकर बर्फ में बदल गई हैं। मंगलवार को यहां न्यूनतम तापमान 4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। पेंड्रा और अंबिकापुर में भी तापमान लगातार गिर रहा है, जिसके कारण लोग सुबह और शाम अलाव का सहारा ले रहे हैं।
मैदानी इलाकों में दुर्ग इस समय सबसे ठंडा जिला बन गया है। यहां रात का तापमान सामान्य से 7 डिग्री कम होकर 10.2°C तक पहुंच गया। पिछले 24 घंटों में प्रदेश का अधिकतम तापमान 30.7°C जगदलपुर में और न्यूनतम तापमान 7.6°C अंबिकापुर में दर्ज किया गया। पेंड्रा में बढ़ते कोहरे से विजिबिलिटी काफी कम हो गई है, जिससे लोगों को यातायात में दिक्कत हो रही है।
गांवों और कस्बों में लोग सर्द हवाओं से बचने के लिए अलाव जला रहे हैं। मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, पहाड़ी इलाकों में लगातार चल रही उत्तरी हवाएं ठंड को और बढ़ा रही हैं।
मौसम विभाग के रिकॉर्ड बताते हैं कि नवंबर महीना छत्तीसगढ़ में मौसम परिवर्तन का दौर होता है। 90 साल पहले, 2 नवंबर 1935 को राज्य में अब तक का सबसे अधिक तापमान 35.6°C दर्ज हुआ था, जबकि 22 नवंबर 1883 को सबसे ठंडी रात 8.3°C रही थी। इस बार ठंड का असर समय से पहले देखने को मिल रहा है, जिससे आने वाले दिनों में तापमान और गिरने की संभावना है।





