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बाजार में हलचल की आहट! मामूली बढ़त के बावजूद निवेशकों में चिंता, क्या शुरू हो गया नया करेक्शन चक्र?

मुंबई। कमजोर शुरुआत के बाद घरेलू शेयर बाजारों में सोमवार को मामूली सुधार देखने को मिला, लेकिन वैश्विक संकेतों ने निवेशकों की चिंता बढ़ा दी। सेंसेक्स 29 अंकों की हल्की बढ़त के साथ 83,968 पर और निफ्टी 25 अंकों की तेजी के साथ 25,747 पर बंद हुआ। हालांकि, बाजार में उतार-चढ़ाव का माहौल दिनभर बना रहा। लगभग 2,000 शेयरों में तेजी और 1,500 से अधिक में गिरावट देखने को मिली।

महिंद्रा एंड महिंद्रा, एसबीआई, श्रीराम फाइनेंस और ओएनजीसी जैसे शेयरों ने बाजार को सहारा दिया। वहीं, मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में आज बेहतर प्रदर्शन देखने को मिला। गोदरेज कंज्यूमर के शानदार नतीजों से इसमें 5% की तेजी आई। बीपीसीएल, फीनिक्स मिल्स और एलआईसी हाउसिंग में भी बढ़त रही।

रियल्टी और पीएसयू बैंकिंग शेयरों में आज 1–1.5% की तेजी रही, जबकि आईटी, ऑटो और एफएमसीजी सेक्टर पर दबाव दिखा। विशेषज्ञों का कहना है कि निवेशकों की मानसिकता फिलहाल “सुरक्षा पहले” के मोड में है—हर उछाल पर मुनाफावसूली देखी जा रही है।

वैश्विक बाजारों से मिले मिले-जुले संकेतों ने भी निवेशकों को सतर्क रखा। अमेरिका में मजबूत डॉलर और फेडरल रिजर्व की सख्त ब्याज नीति के चलते एशियाई बाजारों में दबाव देखा गया। वहीं, हांगकांग और चीन के बाजारों में मामूली तेजी दर्ज की गई।

एफआईआई और डीआईआई के बीच “टग ऑफ वॉर” जारी है। 31 अक्टूबर को एफआईआई ने जहां ₹6,728 करोड़ की बिकवाली की, वहीं डीआईआई ने ₹6,889 करोड़ की खरीदारी कर बाजार को संभाला। विशेषज्ञ मानते हैं कि 25,700 से नीचे निफ्टी का टिकाव खोना शॉर्ट-टर्म करेक्शन का संकेत हो सकता है।

आने वाले हफ्ते का रुख डॉलर इंडेक्स, अमेरिकी बॉन्ड यील्ड और विदेशी निवेशकों की रणनीति पर निर्भर करेगा। यानी बाजार में भूचाल की आहट अभी खत्म नहीं हुई — शायद यह किसी नए चक्र की शुरुआत है।

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