AIADMK सांसद सीवी षणमुगम की विवादित टिप्पणी पर बवाल, DMK ने की कड़ी निंदा

तमिलनाडु। तमिलनाडु की राजनीति में उस समय बवाल मच गया जब AIADMK के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद सीवी षणमुगम ने मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन की सरकार पर निशाना साधते हुए आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी। पार्टी की एक बूथ कमेटी बैठक में भाषण के दौरान उन्होंने कहा कि “स्टालिन सरकार मुफ्त चीजें बांटने के लिए जानी जाती है, चुनाव नजदीक हैं, तो शायद अब फ्री वाइफ भी बांट दे।”
उनकी इस टिप्पणी पर सत्ताधारी DMK ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। समाज कल्याण मंत्री पी. गीता जीवन ने कहा कि षणमुगम ने महिलाओं का अपमान किया है और उनकी सोच बेहद घटिया है। उन्होंने कहा, “महिलाओं की तुलना मुफ्त वस्तुओं से करना शर्मनाक है, वे इंसान कहलाने के योग्य नहीं।”
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस वीडियो की अवधि करीब डेढ़ मिनट बताई जा रही है, हालांकि यह कब रिकॉर्ड किया गया, यह स्पष्ट नहीं है। वीडियो में षणमुगम यह भी कहते दिखे कि उनकी सरकार ने पहले बिना मांगे 2,500 रुपये दिए थे, जबकि स्टालिन ने 5,000 रुपये का वादा कर उसे पूरा नहीं किया।
यह विवाद ऐसे समय में उठा है जब भाजपा और AIADMK ने अप्रैल 2025 में फिर से गठबंधन किया है। गृहमंत्री अमित शाह ने घोषणा की थी कि 2026 के विधानसभा चुनाव AIADMK प्रमुख ई. पलानीस्वामी के नेतृत्व में लड़े जाएंगे। भाजपा ने कहा था कि यह गठबंधन DMK सरकार के भ्रष्टाचार और महिला उत्पीड़न के मुद्दों पर चुनाव लड़ेगा।
DMK नेताओं ने अब मांग की है कि षणमुगम को सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए। फिलहाल इस बयान से तमिलनाडु की राजनीति में सियासी माहौल गर्मा गया है।