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शाह के दौरे से पहले बस्तर संभाग में सबसे बड़ा नक्सली आत्मसमर्पण, 23 महिलाओं सहित 103 नक्सलियों ने किया सरेंडर

बस्तर। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के दौरे से पहले बस्तर संभाग में नक्सली संगठन को अब तक का सबसे बड़ा झटका लगा है। 23 महिलाएं और 80 पुरुष नक्सली ने शनिवार को आत्मसमर्पण किया। कुल 103 नक्सलियों ने अपनी हिंसक गतिविधियों को छोड़ते हुए सरकारी सुरक्षा में आने का निर्णय लिया। इस आत्मसमर्पण से इलाके में सुरक्षा स्थिति को मजबूत करने और शांति स्थापना में महत्वपूर्ण योगदान मिलने की संभावना है।

आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में डीवीसीएम के 1 सदस्य, पीपीसीएम के 4, एसीएम के 4, DAKMS अध्यक्ष 3, सीएनएम अध्यक्ष 4, प्लाटून पार्टी सदस्य 1, KAMS अध्यक्ष 2, एरिया कमिटी पार्टी सदस्य 5, मिलिशिया डिप्टी कमांडर 5, जनताना सरकार अध्यक्ष 4, पीएलजीए सदस्य 1, CNM सदस्य 12, जनताना सरकार उपाध्यक्ष 4, जनताना सरकार सदस्य 22, मलेशिया प्लाटून सदस्य 23, जेपीसी सदस्य 2, DAKMS सदस्य 4 और भूमकाल मिलिशिया सदस्य 1 शामिल हैं। इनमें कुल 49 नक्सलियों पर 1 करोड़ 6 लाख 30 हजार रुपये के इनाम घोषित थे।

एसपी कार्यालय बीजापुर में यह आत्मसमर्पण एसपी डॉ. जितेंद्र कुमार यादव और सीआरपीएफ डीआईजी बी.एस. नेगी की मौजूदगी में संपन्न हुआ। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को सुरक्षा और पुनर्वास की योजनाओं के तहत 50-50 हजार रुपये की प्रोत्साहन राशि भी प्रदान की गई। इस आत्मसमर्पण से नक्सल प्रभावित इलाकों में सरकार की पकड़ और मजबूत होगी। अधिकारियों का कहना है कि हार्डकोर नक्सली भी इस प्रक्रिया में शामिल हुए हैं, जिससे आने वाले समय में हिंसा और आतंकी गतिविधियों में कमी आने की संभावना है।

राज्य प्रशासन ने आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों को पुनर्वास और रोजगार से जोड़ने के लिए विशेष योजनाओं का भी ऐलान किया है। अधिकारियों के अनुसार, यह कदम नक्सलवाद के खिलाफ चलाए जा रहे अभियान में एक ऐतिहासिक मोड़ साबित होगा और बस्तर संभाग में शांति एवं विकास की राह को और आसान बनाएगा। यह आत्मसमर्पण न केवल सुरक्षा बलों के लिए बल्कि स्थानीय जनता के लिए भी राहत का संदेश लेकर आया है, जिससे इलाके में सामान्य जीवन फिर से सुचारू रूप से चल सकेगा।

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