SECL खदान का विरोध: ग्रामीणों ने मैनेजर और पोकलेन चालक को पीटा, वाहनों में की तोड़फोड़

सरगुजा। एसईसीएल के अमेरा खदान के पास ग्रामीणों और माइनिंग कंपनी के कर्मियों के बीच संघर्ष की खबर सामने आई है। लंबे समय से अपनी जमीन और हक की रक्षा के लिए ग्रामीण खदान का विरोध कर रहे हैं। मंगलवार को प्रदर्शन के दौरान ग्रामीणों ने माइनिंग कंपनी के मैनेजर और पोकलेन चालक को जमकर पीटा। इस दौरान खदान के कुछ वाहनों में भी तोड़फोड़ की गई।
ग्रामीणों का आरोप है कि खदान प्रबंधक ने परसोड़ी कला की शासकीय भूमि में मिट्टी खुदाई का काम शुरू कर दिया, जिससे उन्हें अपने अधिकार और भूमि की सुरक्षा खतरे में दिखी। इसी को लेकर ग्रामीणों ने आंदोलन तेज किया और प्रदर्शन करते हुए कंपनी के कर्मचारियों पर हमला कर दिया। प्रदर्शनकारी खड़े होकर प्रबंधक से बातचीत करना चाहते थे, लेकिन विवाद बढ़ जाने के बाद मामला हिंसक रूप ले लिया।
पीड़ित माइनिंग कंपनी के मैनेजर और पोकलेन चालक ने लखनपुर थाने पहुंचकर घटना की शिकायत दर्ज कराई है। थाने ने मामले की जांच शुरू कर दी है और आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई की संभावना जताई है। पुलिस और प्रशासन खदान क्षेत्र में स्थिति को नियंत्रण में करने के प्रयास कर रहे हैं।
स्थानीय लोग कहते हैं कि उन्होंने लंबे समय से अपनी जमीन और अधिकारों की रक्षा के लिए आवाज उठाई है, लेकिन कंपनी की ओर से भूमि अधिग्रहण और खुदाई कार्य के कारण उनके रोष में इजाफा हुआ है। ग्रामीण चाहते हैं कि सरकार और प्रशासन उनकी समस्याओं को गंभीरता से सुने और जमीन के हक को सुरक्षित बनाए। एसईसीएल प्रबंधन ने भी मामले पर चिंता व्यक्त की है और स्थानीय अधिकारियों के माध्यम से स्थिति को शांत करने की कोशिश की जा रही है। ग्रामीणों और कंपनी के बीच विवाद के शांतिपूर्ण समाधान के लिए अधिकारियों ने वार्ता की पहल की है।