पीएम मोदी ने IIT भिलाई फेस-2 प्रोजेक्ट का वर्चुअल शिलान्यास किया: 2,257 करोड़ से बढ़ेंगी सीटें और सुविधाएं

रायपुर/भिलाई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को ओडिशा के झारसुगुड़ा से वर्चुअल माध्यम से आईआईटी भिलाई में फेस-2 के निर्माण कार्यों का शिलान्यास किया। इसका सीधा प्रसारण आईआईटी भिलाई परिसर के नालंदा व्याख्यान कक्ष में किया गया। भारत सरकार ने 29 मई 2025 को फेस-2 परियोजना के लिए 2,257.55 करोड़ रुपये मंजूर किए हैं, जिसमें से 1,092 करोड़ रुपये परिसर निर्माण के लिए हैं।
फेस-2 के पूरा होने पर परिसर का क्षेत्रफल 1,51,343 वर्ग मीटर बढ़ जाएगा। इसके साथ ही छात्रों की सीटें 1,500 से बढ़कर 3,000 हो जाएंगी। परियोजना में नए इंजीनियरिंग और विज्ञान विभाग, आधुनिक प्रयोगशालाएं, आईसीटी-सक्षम व्याख्यान कक्ष, उपकरण और प्रोटोटाइप सुविधाएं शामिल होंगी।
छात्रावास, इनडोर खेल परिसर, ओपन एयर थिएटर, कैंटीन, क्रिकेट, फुटबॉल और हॉकी मैदान, टेनिस कोर्ट और आवासीय भवनों का निर्माण भी फेस-2 में किया जाएगा। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के कौशल विकास, तकनीकी शिक्षा एवं रोजगार तथा अनुसूचित जाति विकास मंत्री गुरु खुशवंत साहेब भी उपस्थित थे। उन्होंने कहा कि यह छत्तीसगढ़ और देश के लिए गर्व की बात है कि प्रधानमंत्री ने IIT पटना, इंदौर, जोधपुर, तिरुपति, पलक्कड़, धारवाड़ और जम्मू समेत आठ IIT में परियोजनाओं का शिलान्यास किया।
आईआईटी भिलाई के निदेशक प्रो. डॉ. राजीव प्रकाश ने बताया कि फेस-2 परियोजना में 96 करोड़ रुपए की लागत से अनुसंधान पार्क की स्थापना भी शामिल है। यह राज्य में पहला अनुसंधान पार्क होगा। इसका उद्देश्य शोध और उद्योग को एक प्लेटफॉर्म पर लाकर नवाचार और तकनीकी विकास को बढ़ावा देना है। फेस-2 के पूरा होने से आईआईटी भिलाई का शैक्षणिक और तकनीकी ढांचा मजबूत होगा और छात्रों के लिए बेहतर सुविधाएं उपलब्ध होंगी। इससे छत्तीसगढ़ में उच्च तकनीकी शिक्षा और अनुसंधान को भी बढ़ावा मिलेगा।