हाथियों ने तोड़ा मकान, कमरे में दुबककर परिवार ने बचाई जान

कटघोरा। हाथियों का आतंक एक बार फिर ग्रामीणों के लिए खतरा बन गया है। वन मंडल कटघोरा में इन दिनों 67 हाथी अलग-अलग झुंड में घूम रहे हैं। इनमें से 66 हाथी केंदई रेंज में डटे हुए हैं। शनिवार रात को गयामाड़ा गांव में हाथियों ने ग्रामीण अमृतलाल मंझवार के कच्चे मकान को तोड़ डाला। घटना के समय पूरा परिवार घर के भीतर सो रहा था। आहट सुनकर वे एक कमरे में दुबक गए और किसी तरह अपनी जान बचा पाए।
ग्रामीणों का कहना है कि हाथियों की गतिविधियों से वे रोजाना रतजग्गा करने को मजबूर हैं। हाथी कभी खेतों की फसल उजाड़ते हैं तो कभी घरों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। पिछले सप्ताह सूरजपुर से 12 हाथी केंदई पहुंचे हैं, वहीं दूसरा झुंड लालपुर और कोरबी इलाके में सक्रिय है।
पसान रेंज के तनेरा घाट के पास एक दंतैल हाथी सड़क किनारे धान की फसल खाता रहा। शोर मचाने पर वह जंगल की ओर भाग गया। वहीं मोरगा सर्किल में 12 से अधिक हाथी लगातार डेरा डाले हुए हैं। वन विभाग की टीम लगातार गश्त कर रही है और हाथियों को रेस्क्यू कर जंगल की ओर खदेड़ रही है, लेकिन ग्रामीणों का कहना है कि खतरा अभी भी बना हुआ है।