तीन नदियों के पानी से खैरागढ़ बना टापू, दो युवक बहे; 8 जिलों में अलर्ट

रायपुर। छत्तीसगढ़ में भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। खैरागढ़ में मुसका, पिपरिया और आमनेर नदियों का पानी शहर में घुस गया है। इसके कारण इतवारी बाजार सहित कई इलाके जलमग्न हो गए। डैम का पानी घरों में घुसने से 5-10 फीट तक जलभराव हो गया। शहर का ड्रोन वीडियो सामने आया है जिसमें हर तरफ पानी ही पानी नजर आ रहा है।
तीन दिन से जारी बारिश के बाद 5000 से ज्यादा लोग प्रभावित हुए हैं। खैरागढ़ और दुर्ग में दो युवक तेज बहाव में बह गए हैं, जिनकी तलाश SDRF की टीम कर रही है। दुर्ग के रामपुर चोरहा नाले में 35 वर्षीय राकेश बंजारे बाढ़ में फंसे तीन लोगों को बचाने के प्रयास में बह गया। अब तक उसका कोई सुराग नहीं मिला है।
बलौदाबाजार के धसगुड़ जलप्रपात पर रील बनाते समय 18 वर्षीय निखिल साहू 40 फीट ऊंचाई से गिर गया। उसके शरीर की चार हड्डियां टूट गईं और पसलियों में गंभीर चोट आई है। वहीं रायगढ़ में कुरकुट नदी पर बना स्टॉप डैम का रिटर्निंग वॉल बह गया, जिससे चार गांवों का संपर्क टूट गया। लैलूंगा ब्लॉक में पुलिया बहने से कई गांवों का संपर्क कट गया है।
मौसम विभाग ने रायपुर, रायगढ़, सरगुजा, बलौदाबाजार, कबीरधाम, बलरामपुर, कोरिया और जशपुर में यलो अलर्ट जारी किया है। गरज-चमक और भारी बारिश की चेतावनी दी गई है। अब तक प्रदेश में 599.6 मिमी औसत बारिश दर्ज की गई है। सबसे अधिक बारिश बलरामपुर (929.5 मिमी) और सबसे कम बेमेतरा (299.8 मिमी) में हुई है।