ऑपरेशन सिंदूर से पाकिस्तान को कड़ा संदेश: आर्मी चीफ ने कहा, आतंक के समर्थकों को नहीं बख्शा जाएगा

दिल्ली। कारगिल विजय दिवस के अवसर पर सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने शनिवार को कहा कि हाल ही में अंजाम दिया गया ऑपरेशन सिंदूर पाकिस्तान को सीधा संदेश है कि भारत आतंकवाद और उसके समर्थकों को कभी बख्शेगा नहीं। उन्होंने स्पष्ट किया कि अब आतंक का जवाब देना भारत की नई नीति बन गई है, “दुश्मन को जवाब देना अब न्यू नॉर्मल है।”
जनरल द्विवेदी ने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर, जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले का करारा जवाब था, जिसने पूरे देश को गहरा आघात पहुंचाया था। उन्होंने यह बात दिल्ली में आयोजित कारगिल विजय दिवस समारोह के दौरान कही। इस मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी नेशनल वॉर मेमोरियल पर शहीदों को श्रद्धांजलि दी। मद्रास स्थित कारगिल वॉर मेमोरियल पर भी सेना प्रमुख ने शहीदों को नमन किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सोशल मीडिया पर वीर सपूतों की बहादुरी को सलाम किया और लिखा कि यह दिन देश के वीरों के साहस और बलिदान की याद दिलाता है।
कारगिल युद्ध 5 मई 1999 को पाकिस्तान की घुसपैठ से शुरू हुआ था और 26 जुलाई को भारत की विजय के साथ समाप्त हुआ। इस युद्ध में 527 भारतीय जवान शहीद हुए। भारत ने ऑपरेशन विजय, मिग-29, मिराज-2000 और बोफोर्स तोपों का इस्तेमाल कर दुश्मन को पीछे हटने पर मजबूर किया था। नौसेना ने ऑपरेशन तलवार चलाकर पाकिस्तान की सप्लाई लाइन काट दी थी। जनरल द्विवेदी का यह बयान साफ करता है कि आज का भारत आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक और आक्रामक नीति पर अडिग है।