राष्ट्रीय सुरक्षा पर बयान से नाराजगी; थरूर अब कांग्रेस के साथ नहीं: मुरलीधरन

दिल्ली। तिरुवनंतपुरम में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता के. मुरलीधरन ने शशि थरूर को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि जब तक थरूर राष्ट्रीय सुरक्षा पर अपना रुख नहीं बदलते, उन्हें पार्टी के किसी भी कार्यक्रम में नहीं बुलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि थरूर अब पार्टी का हिस्सा नहीं माने जाते और कांग्रेस नेतृत्व ही उनके खिलाफ कार्रवाई का निर्णय लेगा।
थरूर ने हाल ही में कहा था कि किसी भी नेता की पहली वफादारी देश के प्रति होनी चाहिए, न कि पार्टी के प्रति। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी की विदेश नीति और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की सराहना की थी, जिससे कांग्रेस में नाराजगी बढ़ गई है। थरूर पहले भी इमरजेंसी को काला अध्याय और नसबंदी अभियान को क्रूर बता चुके हैं।
मोदी की ऊर्जा भारत की संपत्ति: थरूर
23 जून को उन्होंने मोदी की ऊर्जा को भारत की “संपत्ति” बताया था, जिसे कांग्रेस ने उनकी “निजी राय” कहकर खारिज कर दिया। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने तंज कसते हुए कहा था कि “कुछ लोगों के लिए मोदी फर्स्ट हैं”। थरूर ने बाद में सफाई देते हुए कहा कि विदेश नीति पर देश को एकजुट रहना चाहिए, न कि पार्टी लाइन पर।
थरूर की बार-बार मोदी सरकार की विदेश नीति की तारीफ और कांग्रेस की नीतियों से भटकाव के चलते अब पार्टी में उनके खिलाफ असंतोष बढ़ गया है। कांग्रेस का कहना है कि मोदी सरकार की विदेश नीति असफल रही है और थरूर के बयानों से पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचा है।