भारी बारिश से तबाही: कई राज्यों में जनजीवन प्रभावित, झारखंड में खदान धंसी, हिमाचल में 75 मौतें

दिल्ली। देश के कई हिस्सों में लगातार हो रही भारी बारिश ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। झारखंड, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार, राजस्थान, दिल्ली और पंजाब में बाढ़, भूस्खलन और बिजली गिरने की घटनाएं सामने आ रही हैं। झारखंड के रामगढ़ जिले में शनिवार सुबह भारी बारिश के कारण महुआ टांगरी क्षेत्र में एक अवैध कोयला खदान धंस गई, जिसमें चार मजदूरों की मौत हो गई और चार घायल हो गए। राज्य में सोमवार तक ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है और गर्जना के साथ तेज हवाएं चलने की चेतावनी दी गई है।

नर्मदा नदी उफान पर
मध्य प्रदेश में भी हालात गंभीर बने हुए हैं। मंडला, नरसिंहपुर और जबलपुर में नर्मदा नदी उफान पर है। नरसिंहपुर में होशंगाबाद से जोड़ने वाला पुल ढह गया है, जिससे यातायात पूरी तरह ठप हो गया। जबलपुर में नर्मदा के घाट और मंदिर जलमग्न हो गए हैं। प्रदेश के 21 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट है और कई बांधों के गेट खोलने पड़े हैं, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा और बढ़ गया है।

हिमाचल प्रदेश में 75 की मौत
हिमाचल प्रदेश में मानसून ने सबसे ज्यादा तबाही मचाई है। 20 जून से अब तक राज्य में 75 लोगों की मौत हो चुकी है और 288 लोग घायल हुए हैं। मंडी जिले में बादल फटने से सबसे ज्यादा 14 लोगों की मौत हुई है और 31 लोग अब भी लापता हैं। राज्य के कांगड़ा, मंडी और सिरमौर जिलों में रेड अलर्ट जारी किया गया है, जबकि अन्य जिलों में ऑरेंज अलर्ट है।
मिर्जापुर में पहाड़ दरकने से रास्ता हुआ बंद
उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर में पहाड़ दरकने से सड़क अवरुद्ध हो गई है, जबकि वाराणसी में गंगा का जलस्तर बढ़ने से मणिकर्णिका घाट डूब गया है और अंतिम संस्कार छतों पर किया जा रहा है। बिहार में 18 जिलों में येलो अलर्ट जारी है, वहीं सासाराम में बिजली गिरने से दो महिलाओं की मौत हो गई है।

बारिश से राजधानीवासी परेशान
राजस्थान, पंजाब, दिल्ली और हरियाणा में भी भारी बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। दिल्ली की फिरोजशाह रोड पर पानी भर गया है, जबकि राजस्थान के सवाई माधोपुर में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। मौसम विभाग ने कई राज्यों में अगले दो दिनों तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। प्रशासन ने लोगों से सतर्क रहने की अपील की है और राहत-बचाव कार्य तेज कर दिए गए हैं।