केरल तट पर डूबे जहाज के कंटेनर बहकर पहुंचे, खतरे की आशंका

दिल्ली। केरल के कोल्लम तट पर समुद्र में डूबे लाइबेरियाई मालवाहक जहाज से बहकर कंटेनर तट पर पहुंचने लगे हैं। रविवार को यह जहाज कोल्लम के निकट समुद्र में पलट गया था, जिसमें कुल 640 कंटेनर लदे हुए थे। पुलिस और तटरक्षक बल ने सोमवार को जानकारी दी कि इनमें से कई कंटेनर अब तट पर देखे जा रहे हैं।
तटीय पुलिस के अनुसार, अब तक दक्षिणी कोल्लम तट पर कम से कम चार कंटेनर बहकर आ चुके हैं। हालांकि, कुल कितने कंटेनर बहकर किनारे पहुंचे हैं, इसका सही आंकड़ा अभी सामने नहीं आया है। पुलिस और प्रशासन ने सभी प्रभावित इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था मजबूत कर दी है और लोगों से इन कंटेनरों से दूर रहने की अपील की है। गंभीर चिंता का विषय यह है कि जहाज के 13 कंटेनरों में खतरनाक सामग्री है, जिनमें से कुछ में कैल्शियम कार्बाइड भरा हुआ है। यह रसायन समुद्री जल के संपर्क में आने पर ज्वलनशील एसिटिलीन गैस उत्पन्न करता है, जिससे आग लगने का खतरा बढ़ जाता है।
भारतीय तटरक्षक बल (ICG) के अनुसार, डूबे जहाज में लगभग 84.44 मीट्रिक टन डीजल और 367.1 मीट्रिक टन फर्नेस ऑयल भी था। इससे समुद्र में तेल का रिसाव शुरू हो गया है, जो तीन किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से फैल रहा है। इसके चलते पूरे राज्य के तटीय क्षेत्रों में अलर्ट जारी कर दिया गया है क्योंकि यह क्षेत्र पारिस्थितिक रूप से संवेदनशील माना जाता है। तटरक्षक बल तेल रिसाव को नियंत्रित करने के लिए प्रदूषण रोकथाम प्रयासों का समन्वय कर रहा है और स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए है।