सीजफायर के बाद भी जम्मू के बॉर्डर इलाकों में स्कूल बंद, लोग धीरे-धीरे घर लौटने लगे

दिल्ली। भारत और पाकिस्तान के बीच 10 मई को सीजफायर हुआ था, लेकिन जम्मू के बॉर्डर इलाकों में हालात अब भी सामान्य नहीं हैं। अरनिया, आरएस पुरा, मीरां साहिब, सतवारी, मढ़, अखनूर, जौरियां और खौर जैसे इलाकों में स्कूल अब भी बंद हैं। हालांकि कुछ जगहों जैसे चौकी चौरा, भलवाल, गांधी नगर और जम्मू शहर में स्कूल दोबारा खुल गए हैं।
LoC के पास स्थित सलोत्री गांव के लोग अब अपने घर लौट रहे हैं। सीजफायर से पहले इन लोगों ने जान बचाने के लिए गांव छोड़ दिया था। गांव लौटे एक बुजुर्ग हसन मोहम्मद ने बताया कि उन्होंने 1965 और 1971 की जंगें देखी हैं, लेकिन इस बार डर ज्यादा था। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज गुजरात के भुज एयरफोर्स स्टेशन रवाना हुए। इससे पहले वे श्रीनगर के बादामी बाग छावनी में जवानों से मिले और पाकिस्तान की तरफ से दागे गए गोले देखे।
इधर कर्नाटक के कारवार पोर्ट पर एक पाकिस्तानी नागरिक को भारत में घुसने से रोक दिया गया। वह एक इराकी जहाज में सवार था। चिनाब नदी पर बने सलाल डैम का एक गेट खोल दिया गया है। भारत ने सिंधु जल संधि को स्थगित करने का फैसला लिया है, जिससे जम्मू-कश्मीर में तुलबुल प्रोजेक्ट को फिर से शुरू करने की मांग उठने लगी है। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान के एयरबेसों पर भारत ने 15 ब्रह्मोस मिसाइलें दागी थीं। अब हालात धीरे-धीरे शांत हो रहे हैं, लेकिन लोगों में डर अभी भी बना हुआ है।