पाकिस्तान के सिंध से रायपुर पहुंचे 24 हिंदू, डिप्टी सीएम से बोले वापस नहीं जाएंगे; भारत में ही रहना

रायपुर। पाकिस्तान के सिंध प्रांत से 24 हिंदू नागरिकों का एक समूह हाल ही में रायपुर पहुंचा है। ये लोग मौजूदा समय में भारत में जारी पाकिस्तान विरोधी माहौल के बीच आए हैं, जब केंद्र सरकार ने पाकिस्तान से आए नागरिकों को देश छोड़ने का निर्देश दिया है।
बावजूद इसके, इन लोगों ने साफ कहा है कि वे पाकिस्तान वापस नहीं लौटना चाहते। ये सभी लोग 22 अप्रैल को वाघा बॉर्डर से वीजा पर भारत आए और 25 अप्रैल को छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री विजय शर्मा से मुलाकात की। इन लोगों ने खुद को सिंध का हिंदू बताया और भारत में स्थायी रूप से बसने की गुजारिश की। खुद विजय शर्मा ने इस मुलाकात का वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया।
पाकिस्तानी नागरिकों ने क्या कहा
इन लोगों ने बताया कि पाकिस्तान में हिंदुओं पर अत्याचार होता है, बच्चियां सुरक्षित नहीं हैं, लूटपाट आम बात है और पुलिस कोई मदद नहीं करती। वीजा मिलने में भी 6-8 महीने लग जाते हैं। एक शख्स ने बताया कि उसने अपनी मेडिकल शॉप बेच दी, लेकिन घर नहीं बिक पाया, उसे छोड़कर आना पड़ा।
सरकार ने जताया सहानुभूति भाव
गृहमंत्री विजय शर्मा ने भरोसा दिलाया कि उन्हें सामान्य पाकिस्तानी नागरिक नहीं, बल्कि “पाकिस्तान पीड़ित” मानकर प्राथमिकता दी जाएगी। उन्होंने कहा कि इस मामले में केंद्र सरकार से भी बातचीत की जाएगी ताकि इन लोगों को वापस न जाना पड़े।
रायपुर में पहले से करीब 2000 पाकिस्तानी नागरिक रह रहे हैं, जिनमें 1800 लोग सिर्फ राजधानी में हैं। इनमें से अधिकतर सिंधी समुदाय से हैं। कई लोगों ने शदाणी दरबार, बोरियाकला, सड्डू और महावीर नगर जैसे इलाकों में घर भी बना लिए हैं। अब प्रशासन उनकी नागरिकता और वीजा स्टेटस की जांच कर रहा है।
सार्क वीजा धारकों की जांच शुरू
पुलिस उन लोगों की पहचान कर रही है जो सार्क वीजा के जरिए आए हैं, क्योंकि पहलगाम आतंकी हमले के बाद केंद्र सरकार ने इन वीजा धारकों को देश छोड़ने का निर्देश दिया है। रायपुर के SSP ने कहा कि सभी दस्तावेजों की जांच कर सत्यापन किया जा रहा है।