‘ शहीद कैप्टन अंशुमान सिंह के माता-पिता का छलका दर्द, कहा – मेरा बेटा शहीद हुआ, पर सबकुछ बहू लेकर चली गई’

नई दिल्ली। भारतीय सेना के शहीद कैप्टन अंशुमान सिंह के माता-पिता और उनकी विधवा पत्नी स्मृति सिंह इन दिनों सुर्खियों में हैं। अब शहीद कैप्टन अंशुमान सिंह के माता-पिता ने अपनी बहू यानी स्मृति सिंह पर गंभीर आरोप लगाए हैं। अंशुमान सिंह 2023 में सियाचिन में शहीद हो गए थे। शहीद कैप्टन अंशुमान सिंह के माता-पिता का कहना है कि उनका बेटा शहीद हुआ, लेकिन उन्हें कुछ भी नहीं मिला है। उनका कहना है कि सम्मान और अनुग्रह राशि (मुआवजा) सबकुछ बहू लेकर चली गई है। उन्होंने कहा है कि उनका बेटा भी गया है और बहू भी चली गई है।
शहीद कैप्टन अंशुमान सिंह के पिता ने कहा, ”मेरी पत्नी मंजू देवी (अंशुमान सिंह की मां) कीर्ति चक्र लेते वक्त तो साथ थी लेकिन वो कीर्ति चक्र भी हमारे परिवार में नहीं है। मेरे बेटे के बक्से के ऊपर भी हम उसे नहीं लगा सकते हैं। मैंने इस मुद्दे पर कांग्रेस सांसद राहुल गांधी से भी बात की थी। उन्होंने भरोसा दिलाया है कि वो इसे रक्षा मंत्री राजनाथ तक जरूर बात करूंगा।”
शहीद कैप्टन अंशुमान सिंह के पिता रवि प्रताप सिंह ने कहा, ”मैं माननीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को भी अवगत करा चुका हूं, ये NOK का जो निर्धारित मापदंड है, वो ठीक नहीं है…क्योंकि ये पांच महीने की जो शादी थी, कोई बच्चा नहीं है। मां-बाप के पास कुछ नहीं है। मेरे पास मेरे बेटे की तस्वीर के सिवा कुछ नहीं है।” शहीद कैप्टन अंशुमान सिंह के पिता ने आगे कहा, ”मेरी बहू (अंशुमान सिंह की विधवा पत्नी) अपना एड्रेस भी चेंज करवा चुकी हैं। तो हमारे पास क्या है? तो ये मुद्दा सामने जरूर आया था कि इसमें चीजों में बदलाव आने की जरूरत है। जैसे 1999 की लड़ाई के बाद बदलाव हुआ था, इसमें भी बदलाव होना चाहिए। इसलिए इसमें NOK की परिभाषा सही से होनी चाहिए। इसमें अच्चे से जानकारी देनी चाहिए कि, परिवार और पत्नी के पास क्या-क्या रहेगा। इसमें हर एंगल को देखा जाना चाहिए…वरना मेरे जैसे लोग भोगते रहेंगे।”