छत्तीसगढ़जिलेदंतेवाडा

लोन वर्राटू अभियान का दिख रहा असर, दो माओवादियों ने किया आत्मसमर्पण

शिवेंदु त्रिवेदी@दंतेवाड़ा। लोन वर्राटू (घर वापस आईये) अभियान से प्रभावित होकर दो माओवादियों ने आत्मसमर्पण किया है। आत्मसमर्पित माओवादी इन्द्रावती एरिया कमेटी के हांदावाड़ा पंचायत एवं मलांगेर एरिया कमेटी अन्तर्गत गोण्डेरास पंचायत में सक्रिय थे। समर्पित माओवादी नक्सली बंद के दौरान रोड खोदना एवं नक्सली बैनर पोस्टर लगाने की घटनाओं में शामिल थे। लोन वर्राटू अभियान के तहत् अब तक 170 ईनामी माओवादी सहित कुल 669 माओवादियों ने आत्मसमर्पण कर समाज के मुख्यधारा में जुड़ चुके है।

जानिए क्या है लोन वर्राटू अभियान

छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में नक्सलियों को मुख्य धारा में लाने के लिए प्रशासन ने लोन वर्राटू यानी घर वापसी अभियान शुरू किया है। इसके तहत सरेंडर करने वाले नक्सलियों को उनका मनचाहा रोजगार दिया जाएगा। लोन वर्राटू गोंडी का शब्द है, जिसका अर्थ घर वापसी है। इस अभियान के अन्तर्गत नक्सलियों ने सरेंडर होने के बाद अपने रोजगार से जुड़ी जो भी मांग रखी, उसे पूरा करने के लिए प्रशासन की तरफ से प्रयास किया गया। नक्सली इस योजना के अन्तर्गत सरेंडर करें, इसके लिए भी गंभीर प्रयास किए गए। जैसे इनामी नक्सलियों के गांवों में उनके पोस्टर लगाकर सरेंडर करने की अपील की गई। गांव-गांव तक लोन वर्राटू योजना की जानकारी पहुंचाई गई। इस योजना का विरोध नक्सलियों द्वारा खूब किया गया लेकिन इसकी वजह से कई नक्सली कमांडरों ने आत्मसमर्पण भी किया। लोन वर्राटू ने दंतेवाड़ा के ग्रामीण परिवारों को इतना हौसला दिया कि वे पहली बार नक्सलियों के खिलाफ खड़े हुए।

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