भारत में कब लगेगा सूर्य ग्रहण? जानें सूतक काल मान्य होगा या नहीं
साल 2024 में भी 5 ग्रहण लगने वाले हैं. पहला ग्रहण चंद्र ग्रहण होगा और दूसरा ग्रहण सूर्य ग्रहण होने वाला है. अब कुछ दिनों बाद साल 2024 शुरू हो जाएगा. साल 2023 में कुल चार ग्रहण लगने वाले हैं. आइए जानते हैं कि ये चारों ग्रहण किस दिन-तारीख पर पड़ रहे हैं. आइए जानते हैं कि ये चारों ग्रहण किस दिन-तारीख पर पड़ रहे हैं. क्या ये चारों ग्रहण भारत में दिखाई देंगे और इनका सूतक काल मान्य होगा या नहीं. इन सबके बारे में आपको विस्तार से जानकारी देते हैं.
2024 में लगेंगे 4 ग्रहण
ज्योतिषविदों की मानें तो साल 2024 में दो सूर्य ग्रहण लगेंगे. पहला सूर्य ग्रहण सोमवार, 8 अप्रैल 2023 को लगेगा. इसके बाद बुधवार, 2 अक्टूबर 2023 को साल का दूसरा सूर्य ग्रहण लगेगा. ये दोनों ही सूर्य ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देंगे और न ही इनका सूतक काल यहां मान्य होगा.
नए साल में पहला चंद्र ग्रहण सोमवार, 25 मार्च 2023 को लगेगा. साल 2024 का दूसरा चंद्र ग्रहण बुधवार, 18 सितंबर 2024 को लगेगा. ये एक आंशिक चंद्र ग्रहण होगा. अगले साल लगने वाले दोनों ही चंद्र ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देंगे. इसलिए इनका सूतक काल भी मान्य नहीं होगा.
ग्रहण काल में क्या नहीं करना चाहिए
- ग्रहण का सूतक काल शुरू होने के बाद मंदिर में पूजा-पाठ न करें. देवी-देवताओं की मूर्तियों को स्पर्श न करें.
- सूतक काल लगने के बाद घर में भोजन न पकाएं. बल्कि सूतक काल से पहले घर में रखे खाने में तुलसी के पत्ते जरूर डाल दें.
- ग्रहण की अवधि में भोजन ग्रहण न करें. इस दौरान क्रोध न करें. इस चंद्र ग्रहण का प्रभाव अगले 15 दिनों तक रह सकता है.
- ग्रहण के दौरान किसी भी सुनसान जगह या श्मशान भूमि के पास नहीं जाना चाहिए. इस दौरान नकारात्मक शक्तियां काफी ज्यादा हावी रहती हैं.
- सूतक काल शुरू होने के बाद नए या शुभ काम की शुरुआत नहीं करनी चाहिए. कहते हैं कि ग्रहण के दौरान नकारात्मक ऊर्जा अधिक रहती है.
- ग्रहण का सूतक काल शुरू होने के बाद तुलसी के पौधे को न छुएं. नुकीले या धारदार उपकरणों के प्रयोग से भी बचें
ग्रहण काल में क्या करना चाहिए?
- ग्रहण के दौरान भगवान के मंत्रों का जप करना चाहिए, जो कि दस गुना फलदायी माना जाता है.
- ग्रहण के बाद शुद्ध जल से स्नान करके, गरीबों का दान देना चाहिए.
- ग्रहण के बाद पूरे घर को शुद्ध करना चाहिए. ऐसा करने से घर की सभी नकारात्मक शक्तियां दूर हो जाती है.
- ग्रहण के समय गायों को घास, पक्षियों को अन्न, जरूरत मंदों को वस्त्र दान देने से अनेक गुना पुण्य प्राप्त होता है.