
अनिल गुप्ता@दुर्ग। देश विदेश में शिव महापुराण की कथा कराने वाले प्रख्यात कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा का आज से भिलाई में कथा शुरू हो गया है। कथा सुनने के लिए दुर्ग और छत्तीसगढ़ के अन्य जिलों सहित दूसरे राज्यो से भी करीब एक लाख की संख्या में श्रद्धालुगण आयोजन स्थल पर उपस्थित हुए और एकांतेश्वर शिव महापुराण का श्रवण किया।
भिलाई के जयंती स्टेडियम में निर्माण किए गए डोम शेड में विशाल जनसमुदाय दूर दराज से सिर्फ शिव महापुराण को सुनने ही नही बल्कि कथा वाचक पंडित aप्रदीप मिश्रा द्वारा बताए जा रहे उन तरीको को भी जानने आए हुऐ है। जिसे जानकर उनके जीवन में बड़ा परिवर्तन होने लगा है। आज से शुरू हुए इस कथा 1 मई तक यू ही चलता रहेगा। कई श्रद्धालुओं ने तो पहले से ही टेंट गाड़ रखा है। जीवन आनंद फाउंडेशन द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम के दौरान पूर्व मंत्री प्रेम प्रकाश पांडेय ने पंडित प्रदीप मिश्रा का आत्मीय स्वागत किया।इसके पश्चात एकांतेश्वर शिव महापुराण कथा की शुभारंभ हुआ।
आयोजन स्थल तक आने जाने वाले लोगो को किसी भी सुविधाओ का सामना न करना पड़े। इसको लेकर यातायात पुलिस के द्वारा कुल 19 स्थानों पर पार्किंग की व्यवस्था की गई है। इसके अलावा फ्री ई रिक्सा की भी व्यवस्था की गई है। ताकि पैदल आने वाले लोग सीधे डोम तक पहुंच सके। यातायात डीएसपी सतीश ठाकुर का कहना है, की सात दिनों तक कथा चलनी है। तो उसको देखते हुऐ समय समय पर व्यवस्था और दुरुस्त की जायेगी।
कथा स्थल तक जाने के लिए कुल चार द्वार बनाए गए है। जिसको लेकर भी लोग इधर उधर भटकते दिखाई दिए। जिसको लेकर जीवन आनंद फाउंडेशन के मार्गदर्शक और पूर्व मंत्री प्रेम प्रकाश पांडेय का कहना था, की निश्चित रूप से थोड़ी बहुत कमी हुई है, लेकिन आज पहला दिन है। आने वाले दिनों में व्यवस्था को अच्छी करने की कोशिश की जायेगी।
कथा के पहले ही दिन एक ऐसा वाक्या भी सामने आया। जब पूर्व में पंडित प्रदीप मिश्रा द्वारा बताए गए उपाय के अपना कर एक दंपत्ति को 17 साल बाद संतान प्राप्ति की खुशी मिली है। राजनांदगांव निवासी जगदीश सिन्हा और उनकी धर्मपत्नी लक्ष्मी सिन्हा द्वारा भेजे गए पत्र को पढ़कर पंडित प्रदीप मिश्रा ने इस दंपत्ति को मंच पर बुलाकर बच्चे को गोद में लिया और अपना आशीर्वाद प्रदान किया। संतान सुख पाने के बाद लक्ष्मी सिन्हा का कहना था, की महाराज जी द्वारा बताए गए उपाय बताया था, की पशुपतिनाथ का उपवास करो, और शिवलिंग पर एक लोटा जल समस्याओं का हल होगा। तभी से उस पर अम्ल किया और आज गोद में उनका बच्चा है।