
अनिल गुप्ता@दुर्ग। छत्तीसगढ़ के दुर्ग में एक महिला को टोनही साबित करने के लिए उसके सुसराल पक्ष के लोगों ने उसे जलते कोयले और कील में चलाया। जिसके कारण पीड़ित महिला को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वही मामला उजागर होने के बाद अब पुलिस ने ससुराल पक्ष के चार लोगों के विरुद्ध टोनही प्रताड़ना अधिनियम के तहत अपराध पंजीबद्ध कर जांच शुरू कर दी है।
जानकारी के मुताबिक दुर्ग के जेवरा सिरसा चौकी क्षेत्र के करहीडीह गांव की एक महिला को उसके ससुराल पक्ष के लोग टोनही होने की शंका में उसे एक बाबा के पास ले गए और बाबा ने उस पर से टोनही निकालने के लिए महिला को कई बार जलते हुऐ कोयले पर चलवाया। इतना ही नहीं लोहे के कील पर भी चलवा कर महिला के पैर को बुरी तरह से छलनी कर दिया। महिला का पैर जब काफी झुलस गया। तब उसके देवर देवरानी और जेठानी उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल लेकर आए। फिर क्या था, पूछताछ में ये सारा मामला सामने आ गया। इसके बाद जेवरा सिरसा चौकी पुलिस ने बाबा सहित उसके सुसराल वालो के विरुद्ध टोनही प्रताड़ना अधिनियम 2005 के तहत मामला दर्ज कर बाबा सहित महिला के देवर देवरानी और जेठानी को न्यायालय के समक्ष पेश कर दिया है। इस मामले में सबसे बड़ा पहलू यह है, की तथाकथित जो बाबा है, वह नाबालिग है, और उसकी उम्र महज 15 साल की है।