
नितिन@रायगढ़/ खरसिया। जुआ फड़ के विरुद्ध पुलिस की कार्यवाही अक्सर विवादों में रहती है। पुलिस पर फड़ से अधिक रकम जप्त कर कम दिखाने सहित पैसे लेकर आरोपी छोड़ने के आरोप लगते रहे हैं।
लेकिन 8 अक्टूबर 2022 खरसिया थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम हालहुली रामसागर तालाब पचरी में जुआ फड़ के विरुद्ध खरसिया थाना प्रभारी नंद किशोर गौतम व अन्य पुलिस कर्मियों के द्वारा की गई कार्यवाही के दौरान एक युवक से लूटपाट और मारपीट कर हत्या का गंभीर आरोप लगा है। स्थानीय लोगों की माने तो गौतम अति विवादित थाना प्रभारी रहे है। इस लिहाज से परिजनों के द्वारा उन पर युवक की कथित तौर पर हत्या के आरोप को बहुतों ने सही माना है।
बहरहाल महीनों खरसिया एसडीओपी से घटना की निस्पक्ष जांच की मांग करने के बाद कोई कार्यवाही नही होता देख मृतक के परिजन लिखित आवेदन लेकर पुलिस अधीक्षक रायगढ़ के पास पहुंचे। उन्होंने रोते बिलखते मिडिया कर्मियों के सामने घटना क्रम का खुलासा किया।
मृत युवक जिसका नाम जगदीश राठौर है उसकी वृद्ध मां लक्ष्मीन बाई ने बताया कि 8अक्तूबर 2022 की शाम जगदीश दुकान का सामान लाना बताकर घर से करीब 38 हजार रु की रकम लेकर निकला था। वह तालाब की पचरी से गुजर ही रहा था कि वहां बैठकर जुआ खेल रहे पांच छह जुवाडियों को पकड़ने थाना प्रभारी नंद किशोर गौतम,आरक्षक विशेष कुमार कुछ पुलिस कर्मियों के साथ मोटर सायकल में आ पहुंचे। पुलिस ने जुआडियों को दोनो तरफ से घेर कर डंडे और प्लास्टिक पाइप से पिटाई करनी शुरू कर दी। पुलिस से बचने के लिए कुछ जुआड़ी गहरे तलाब में कूद गए। इसी बीच बाजार जा रहा युवक जगदीश पुलिस के हत्थे चढ़ गया। थाना प्रभारी गौतम और आरक्षक विशेष कुमार ने उसके जेब में रखी हुई रकम को छीन कर जप्ती बनाने के लिहाज से उससे बेतहासा मारपीट की। मारपीट की इस घटना को वहां मौजूद ग्रामीण देख रहे थे। इसी बीच अचेत हुए जगदीश राठौर को थाना प्रभारी गौतम के निर्देश पर साथी जवानों ने तालाब में फेंक दिया।
परिजनों और सरपंच को कोई सूचना दिए बगैर पुलिस वहां से चली गई। इसी बीच रात 9.30 गांव वालों ने उन्हे बताया कि उनका बेटा तालाब में डूब गया है। वही कुछ लोगों ने उन्हे बताया कि पुलिस वालों की मारपीट में उनके बेटे जगदीश की मौत हुई है उसे छुपाने के लिए पुलिस ने जगदीश के शव को तलाब में फेंक दिया हैं,और गुमसूदा बता रही है।
तीन मासूम बच्चों और वृद्ध पति व विधवा बहू के साथ एसपी आफिस पहुंची मां लक्ष्मीन बाई का कहना है मृतक उनके परिवार का अकेला कमाने वाला युवक था,उसके ऊपर हम वृद्ध मां पिता के अलावा उसकी पत्नि और तीन छोटे बच्चों की जिम्मेदारी थी। उसकी असमय मौत से पूरे परिवार की स्थिति बिगड़ गई है। घटना के संबंध में पुलिस अधीक्षक अभिषेक मीना से उन्होंने निष्पक्ष जांच के अलावा दोषी थाना प्रभारी और आरक्षक के निलंबन सहित परिवार को भरण पोषण राशि दिलाए जाने की मांग की है।
वहीं उक्त घटना को लेकर पुलिस अधीक्षक महोदय ने मीडिया कर्मियों को कुछ भी बताने से इंकार करते हुए जांच उपरांत बात करने की बात कही है।