छत्तीसगढ़

Gariyaband: 30 सालों से सूखी होली खेल रहे सिनापाली के लोग,नशे से भी रहते हैं दूर,दूरस्थ अंचल से लोग देखने आते हैं यहां की सूखी होली

रवि तिवारी@देवभोग। अंचल में सुखी होली को लेकर सिनापाली के लोगों ने एक अलग ही संदेश पूरे क्षेत्र के लोगों के बीच दिया हैं। 30 साल से यहां के ग्रामीण कीर्तन और भजन के साथ सुखी होली को अपने ही अंदाज़ के साथ खेलते हैं। इस होली में सबसे ज्यादा विशेष बात यह हैं कि बिना पानी के यहां रंग-गुलाल खेला जाता हैं। सुखी होली खेलकर ग्रामीण जल संरक्षण का भी संदेश देते हैं। इतना ही नहीं गॉव का हर ग्रामीण इस सुखी होली में शामिल होकर बिना पानी के सिर्फ रंग-गुलाल डालकर बड़े-बुढो का आशिर्वाद लेकर शुभकामनाएं देते हुए कीर्तन भजन के साथ होली के रंग में सराबोर हो जाते हैं। वहीं इस होली की चर्चा सीमावर्ती क्षेत्रों में लगे ओडिसा के गॉवों में भी होती हैं और वे लोग भी बड़ी संख्या में इस होली को देखने सिनापाली पहुँचते हैं।

विवाद ने ग्रामीणों का बदल दिया मन

सरपंच बिंदिया अग्रवाल के साथ ही दिनेश अग्रवाल और सुधीर अग्रवाल ने बताया कि आज से करीब 30 साल पहले होली के दिन गॉव में विवाद हो गया था। विवाद के बाद गॉव में तनाव फैल गया था। विवाद के बाद उपजे तनाव को दूर करने के लिए गॉव में उस दौरान बड़े-बुजुर्गों ने एक बैठक रखा। उस दौरान निर्णय लिया गया था कि गॉव में सुखी होली खेली जाएगी। उस दौरान यह भी निर्णय लिया गया कि होली के दो दिन पहले से ही गॉव के पूरे लोग राम और कृष्ण की भक्ति में सराबोर होकर प्रहरी नामयज्ञ करेंगे।

30 साल से लिए गए निर्णय का आज भी हो रहा पालन

30 साल पहले लिए गए उस निर्णय का पालन आज भी होता हैं। सिनापाली गॉव में होली के दो दिन पहले प्रहरी नामयज्ञ में लोग शामिल होते है। वहीं पूरे गॉव के लोगों के साथ ही बाहर से आये हुए लोगों के लिए भी भंडारे का आयोजन किया जाता हैं। वही इस होली में जहां लोग पानी की बचत करते हैं, तो दूसरी तरफ पूरे गॉव के लोग नशे से भी दूर रहते हैं।

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