धमतरी

Dhamtari: नक्सलियों का खूनी खेल, माओवादियों के निशाने पर ग्रामीण, दहशत में लोग

संदेश गुप्ता@धमतरी। (Dhamtari) जिले में माओवादी अब पुलिस से बदला लेने की रणनीति पर चल रहे है. बीते कुछ माह में नक्सलियों ने 5 ग्रामीणों की हत्या कर चुके हैं। सभी हत्या के बाद लाश के पास पर्चा छोड़ा जाता है। (Dhamtari) जिसमें हत्या का कारण पुलिस की मुखबिरी बताया गया। इसके बाद संबंधित थाना क्षेत्र में नक्सलियों के खिलाफ हत्या का मामला भी दर्ज होता है।  लेकिन लगातार इस तरह के खूनी खेल से धमतरी के ग्रामीण इलाकों में नक्सली दहशत काफी बढ़ चुकी है।

माओवादी के निशाने पर वो लोग है। (Dhamtari) जो पुलिस के लिये मददगार होते है।

दरअसल धमतरी में बीते डेढ़ साल के अंदर कई बड़े नक्सली लिडरों का एनकाउंटर किया गया। जिससे नक्सली संगठन तिलमिलाया हुआ है। नक्सलियों के खिलाफ लड़ाई में क्लाशिनिकोव से भी ज्यादा खतरनाक और दमदार हथियार खुफिया सूचना तंत्र होता है।

इसमें कोई शक नहीं कि पुलिस ने अंदरूनी इलाको तक अपना खुफिया तंत्र स्थापित कर लिया है।

जाहिर है कि इस तंत्र में गांव के लोग ही होते हैं और पुलिस ने माओवादियों के खिलाफ जो कामयाबी हासिल की है. वो इसी सूचना तंत्र की बदौलत मिली है. नक्सली अब पुलिस के सूचना तंत्र को खत्म करने के लिये हत्याए कर रहे हैं. धमतरी पुलिस का दावा है कि अभी तक जितनी हत्या नक्सलियों ने की है। उनमें कोई भी मुखबीर नही था.. सभी मासूम ग्रामीण थे। धमतरी एसपी ने भरोसा दिलाया है कि वो अपने मददगारों की सुरक्षा को लेकर गंभीर है।

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