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जांजगीर-चांपा

Janjgir-Champa: लापरवाही! कोरोना मरीजों को सही दिशा निर्देश नहीं दे पा रहे यहां के अधिकारी …नतीजा 100 बिस्तर के अस्पताल में केवल 11 मरीज…

जीवन पटेल@मालखरौदा। (Janjgir-Champa) जिले के मालखरौदा क्षेत्र के जनप्रतिनिधि व क्षेत्रीय विधायक रामकुमार यादव के सतत प्रयास से मालखरौदा के पिहरीद में स्थित शासकीय वेदराम महाविद्यालय जिसे कोविड केयर सेंटर बनाया गया है. जहां कोरोना मरीजों के इलाज में किसी भी प्रकार की असुविधा ना हो जिसके लिए जनसहयोग से बेहतर से बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने के लिए ऑक्सीजन एवं अन्य आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराया जा रहा है. लेकिन जनप्रतिनिधियों के इन तमाम प्रयासों को यहां के जिम्मेदार अधिकारी पलीता लगाते नजर आ रहे हैं. क्योंकि कोविड केयर सेंटर में मरीजों के इलाज में किसी प्रकार की असुविधा ना हो जिसके लिए जनप्रतिनिधियों ने तो अपनी जिम्मेदारी निभा ली लेकिन जिम्मेदार अधिकारी द्वारा मरीजों को कोविड केयर सेंटर नहीं भेजा जा रहा . (Janjgir-Champa जहां वर्तमान में आज 100 बिस्तर वाले इस कोविड केयर सेंटर में केवल 11 मरीज भर्ती है. यहां अधिकतर मरीजों को होम आइसोलेशन के लिए खंड चिकित्सा अधिकारी द्वारा सलाह दिया जा रहा है .जबकि कई मरीज गंभीर रूप से कोरोना से संक्रमित हैं उन्हें कोविड केयर सेंटर या अस्पताल रेफर करने की बजाय उन्हें होम आइसोलेशन की अनुमति दी जा रही है जिसकी वजह से कई संक्रमित मरीजों की मौत के मामले भी सामने आ चुके हैं.

100 बिस्तर में केवल 10 प्रतिशत ही मरीज भर्ती

आपको बता दें कि वर्तमान में शासकीय वेदराम महाविद्यालय मालखरौदा में बने कोविड केयर सेंटर में 100 बिस्तर है जिसमें मात्र 11 मरीज जिनका उपचार हो रहा है. बाकी कुल 89 बेड रिक्त हैं. जबकि प्रदेश में बिस्तरों की मारामारी चल रही है. ऐसे मरीजों को सही दिशा निर्देश ना देने की वजह से लोग  कोविड केयर  सेंटर नहीं जा पा रहे हैं. और जिम्मेदारी अधिकारी द्वारा अपना पल्ला झाड़ने के लिए धड़ल्ले से लोगों को होम आइसोलेशन की अनुमति दी जा रही है .वही अधिक संक्रमित हो जाने की वजह से कई लोगों की मौत भी हो चुकी है .लेकिन अब तक स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार द्वारा कोई पहल नहीं की जा सकी. ऐसा नहीं कि मालखरौदा में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में कमी है .प्रतिदिन यहां पर 40 से 50 कोरोना संक्रमित ओं के आंकड़े सामने आ रहे हैं बावजूद उसके कोविड केयर सेंटर मैं मरीजों का आना जाना प्रबंधन के कार्यशैली पर सवाल उठना लाजमी है.

क्षेत्रीय विधायक के मेहनत पर पानी फेरने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे बीएमओ

आपको बता दें कि क्षेत्रीय विधायक राम कुमार यादव द्वारा क्षेत्र की जनता को लेकर लगातार प्रयास किए जा रहे हैं कि क्षेत्र में बेहतर से बेहतर स्वास्थ्य सुविधा हो उनके द्वारा लगातार कोविड- केयर सेंटरों का सतत निरीक्षण किया जा रहा है .भर्ती मरीजों के लिए उनके जरूरत की सामग्री भी उन तक क्षेत्रीय विधायक के द्वारा पहुंचाई जा रही है साथ ही साथ मरीजों के इलाज में कोई कमी ना हो ऑक्सीजन की कमी ना हो जिसके लिए वह ऑक्सीजन कंसंट्रेटर ,ऑक्सीजन सिलेंडर मुहैया करा रहे हैं .साथ ही साथ जन सहयोग से बड़ी मात्रा में चंदा भी जुटा लिए जहां एक ओर विधायक अपने क्षेत्र की जनता के स्वास्थ्य सुविधा के लिए हमेशा से तत्पर होकर खुद की जान की बाजी लगाकर लगातार क्षेत्र का दौरा जरूरत की सामग्री मुहैया करा रहे हैं .तो वहीं दूसरी ओर क्षेत्र के स्वास्थ्य विभाग के जिम्मेदार अधिकारी सरकारी निवास में बैठे-बैठे दिशा निर्देश दे रहे हैं. वही मालखरौदा में कोरोना संक्रमित मरीजों के लिए जारी हेल्प लाइन नंबर जिसमें खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ रविंद्र सुधार का नंबर है जिस पर संपर्क करने पर साहब के द्वारा ना तो फोन को रिसीव किया जाता है ना ही मरीजों को किसी भी प्रकार की सलाह दी जाती है. तो कहीं ना कहीं जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों के मेहनत पर खंड चिकित्सा अधिकारी पानी फेरने पर कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं.

वही जब खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ रविंद्र सिदार से बात करने के लिए हमने उनसे फोन पर संपर्क करने की कोशिश की तो उनके द्वारा फोन रिसीव नहीं किया गया. जब मीडिया कर्मियों का फोन रिसीव करने के लिए जिम्मेदार अधिकारी के पास समय नहीं तो आम इंसान कैसे परेशान होंगे आप इस बात का अंदाजा लगा सकते हैं .कहीं ना कहीं यहां खंड चिकित्सा अधिकारी की लापरवाही देखने को मिल रही है. जो यहां के मैनेजमेंट सिस्टम की पोल खोलने के लिए काफी है अब देखना होगा कि मीडिया के संज्ञान में आने के बाद जिले के जिम्मेदार अधिकारी क्या कार्यवाही करते हैं या फिर वही ढाक के तीन पात.

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