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राजनांदगांव

Rajnandgaon: शुभम हत्याकांड की सुलझी गुत्थी, तीनों आरोपियों ने कबूला जुर्म, रुपयों के लेन-देन और प्रेमिका पर बुरी नियत के चलते उतारे थे मौत के घाट

राजनांदगांव। (Rajnandgaon) जिले में बहुचर्चित शुभम हत्याकांड मामले में पुलिस ने ढाई साल बाद नारको एवं ब्रेन मैपिंग टेस्ट के जरिए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। (Rajnandgaon) रुपयों के लेन-देन और प्रेमिका पर बुरी नियत के चलते वर्ष 2018 को शुभम की हत्या की गई थी।

अपनी कार में घायल अवस्था में मिला था शुभम नामदेव

(Rajnandgaon) 10 सितंबर वर्ष 2018 की शाम राजनांदगांव शहर के राज इंपिरियल होटल के समीप नेशनल हाईवे पर अपनी कार में पुलिस को शुभम नामदेव घायल अवस्था में मिला था। जिसका किसी अज्ञात व्यक्ति द्वारा गला काट दिया गया था। पुलिस वाहन डायल 112 की टीम द्वारा उसे इलाज के लिए अस्पताल ले जाया जा रहा था। तभी रास्ते में उसने दम तोड़ दिया था। जिसके बाद थाना लालबाग में अज्ञात आरोपियों के खिलाफ हत्या का प्रकरण दर्ज किया गया था और मामले की जांच की जा रही थी।

300 लोगों से पूछताछ, 2500 से अधिक लोगों के कॉल डिटेल खंगाले गए

इसी दौरान पुलिस ने लगभग 300 लोगों से पूछताछ की और 2500 से अधिक लोगों के कॉल डिटेल खंगाले लेकिन हत्या के संबंध में कोई ठोस सुराग पुलिस के हाथ नहीं लगा। जिसके बाद कुछ संदेशों का गुजरात स्थित गांधीनगर में नारको एवं ब्रेन मैपिंग टेस्ट कराया गया।

तीनों आरोपियों ने कबुला जुर्म

जिसमें पुलिस ने राजनांदगांव शहर के गौरी नगर निवासी 40 वर्षीय नितिन लिंबू उर्फ मूंकू, किलापारा दुर्गा चौक निवासी 35 वर्षीय दिनेश माहेश्वरी उर्फ गोलू मारवाड़ी, सृष्टि कॉलोनी निवासी 24 वर्षीया मेघा तिवारी ने अपना जुर्म स्वीकार किया। राजनंदगांव पुलिस अधीक्षक डी श्रवण कुमार ने इस मामले में प्रेस वार्ता करते हुए आरोपियों को प्रस्तुत किया। पुलिस अधीक्षक डी श्रवण का कहना है कि रुपयों के लेन-देन और प्रेमिका पर बुरी नजर रखने के मामले में आरोपियों ने शुभम की हत्या की थी।

जेल में हुई थी मुंकु और गोलू से मुलाकात

पूछताछ आरोपियों ने पुलिस को बताया कि शुभम नामदेव एवं उसके पिता रावेंद्र नामदेव जब बलात्कार के आरोप में जेल में थे, तब मुंकु नेपाली एवं गोलू मारवाड़ी की उनसे जेल में मुलाकात हुई थी। मूंकु और गोलू ने उनको जेल से बाहर निकालने के एवज में 5 लाख रूपये लिये थे, लेकिन उनका काम दोनों ने नहीं किया।

मृतक रकम वापस करने के लिए बनाता था दबाव

मृतक शुभम नामदेव द्वारा जमानत में जेल से बाहर आने के बाद लगातार रकम वापस करने मुंकू नेपाली एवं गोलू मारवाड़ी के ऊपर दबाव बनाया जा रहा था। साथ ही मुंकु नेपाली की महिला मित्र मेघा तिवारी को शुभम नामदेव द्वारा मैसेज एवं कॉल करके नजदीकी बढ़ाने की कोशिश की जा रही थी, जिससे तंग आकर तीनों ने मृतक शुभम नामदेव को रास्ते से हटाने की योजना बनाई।

हत्या के एक दिन पहले जयस्तंभ चौक बुलाया गया

 हत्या की पूर्व रात्रि को गोलू मारवाड़ी द्वारा व्हाट्सएप कॉलिंग कर मृतक शुभम नामदेव को जय स्तंभ चौक बुलाया गया और पूर्व बनाई योजना के अनुसार रकम वापस करने और मेघा तिवारी से मुलाकात कराने की बात कह कर दूसरे दिन शाम को लगभग 7:30 बजे मृतक को पेंड्री स्थित पेट्रोल पंप के पास बुलाया गया। आरोपी पहले से ही अपना-अपना मोबाइल घर में रख कर घटनास्थल पर उपस्थित थे। शुभम के आने के पश्चात् मेघा तिवारी उसको शराब पीने के बहाने कार से थोड़ा दूर ले गई। मौका देखकर मुंकू नेपाली कार के पिछले सीट पर बैठ गया और जैसे ही शुभम ड्रायविंग सीट पर बैठा वैसे ही मुंकू खुखरीनुमा धारदार हथियार से एक झटके में उसका गला काट दिया गया। मृतक घायल अवस्था में कुछ दूर तक कार चलाते हुए होटल राज इंपिरियल के पास मदद हेतु रुका किंतु इलाज के लिए ले जाते समय उसकी मृत्यु हो गई।

पहले भी आरोपी जा चुके हैं जेल

आरोपी मुंकू नेपाली एवं गोलू मारवाड़ी बहुत ही शातिर है एवं पूर्व में भी हत्या एवं हत्या के प्रयास के कई प्रकरणों में जेल जा चुके है। पुलिस मामले में आरोप क्यों के खिलाफ हत्या की धारा 302 के तहत कार्यवाही की है।

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