
बिपत सारथी@पेंड्रा. मरवाही विधानसभा में पीसीसी के निर्देश पर 75 किलोमीटर तिरंगा पदयात्रा निकाली गई. जिसमें मरवाही विधायक डॉ केके ध्रुव भी शामिल हुए. वहीं गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले में कम संख्या में ही सहीं पर कांग्रेसी नेता उनके साथ चलते दिखाई दे रहे हैं । आज यह यात्रा पेंड्रा शहर में दिखाई दी, जबकि कल गौरेला शहर में यह यात्रा निकाली गई थी ।
पीसीसी का निर्देश है कि विधायक को अपनी विधानसभा में 75 किलोमीटर की पदयात्रा तिरंगा लेकर अपने कांग्रेस के तमाम नेताओं के साथ ज्यादा से ज्यादा संख्या में करना है और प्रत्येक विधानसभा में यह 75 किलोमीटर की यात्रा होनी है. पर मरवाही विधायक डॉक्टर केके ध्रुव का जो रूट चार्ट जारी हुआ और 2 दिनों से जो उनकी यात्रा चल रही है. इन 2 दिनों में वह अधिकांश यात्रा अपनी विधानसभा में ना करके मरवाही से सटे कोटा विधानसभा के क्षेत्र में कर रहे हैं।
33 गांव कोटा विधानसभा में
जिले की भौगोलिक स्थिति आज कुछ ऐसी है कि गौरेला और पेंड्रा शहर के अलावा गौरेला के 33 गांव कोटा विधानसभा में आते हैं। विधायक डॉक्टर ध्रुव कल गौरेला शहर में यह यात्रा की और आज पेंड्रा शहर होते हुए मरवाही विधानसभा के बचरवार गांव तक कर रहे हैं जो कि पेंड्रा की सीमा से ही सटा हुआ गांव है।
पेंड्रा शहर के दुर्गा मंदिर से शुरू की यात्रा
आज 10 अगस्त को डॉक्टर ध्रुव की यह यात्रा मरवाही विधानसभा के पतगवा से शुरू होनी थी पर उन्होंने यह यात्रा पेंड्रा शहर के दुर्गा मंदिर से शुरू की। हालांकि इसके पीछे उन्होंने मौसम खराब होने का हवाला दिया पर पतगवां जब जाकर हमने देखा तो वहां की सड़क काफी खराब दिखाई दी। वही दुर्गा मंदिर से शुरू होने वाली इस यात्रा में जिले के वरिष्ठ कांग्रेसी नेता तो दिखाई दिए पर कई जनप्रतिनिधि और पदाधिकारी गायब थे. जबकि इसके साथ ही साथ काफी कम संख्या में कांग्रेसी दिखाई दिए।
मरवाही विधानसभा के साथ ही साथ कोटा क्षेत्र को भी किया कवर
जिला गौरेला पेंड्रा मरवाही की बसाहट कुछ ऐसी है कि यह लगभग डेढ़ विधानसभा के क्षेत्र को कवर किए हुए हैं और जहां बीच में गौरेला पेंड्रा शहर और गौरेला ब्लॉक के कुछ गांव मरवाही को छोड़कर कोटा विधानसभा में आते हैं। ऐसे में विधायक का जो रूट चार्ट तय हुआ वह मरवाही विधानसभा के साथ ही साथ कोटा क्षेत्र को भी कवर किया हुआ है । ऐसे में विपक्ष को विधायक की इस तिरंगा यात्रा को लेकर सियासी मुद्दा बनाने का मौका मिल गया और विपक्ष के नेता आरोप लगा रहे हैं कि मरवाही में विधायक ने कोई काम नहीं किया और मरवाही की सड़कें काफी खराब है ऐसे में औपचारिकता पूरी करने के लिए विधायक मरवाही को छोड़कर कोटा विधानसभा में यात्रा कर रहे हैं.