बीजापुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर और तेलंगाना की सीमा पर मौजूद कर्रेगुट्टा पहाड़ में नक्सलियों के बड़े नेताओं की मौजूदगी की सूचना के बाद पिछले 5 दिनों से सर्च ऑपरेशन चल रहा है। हजारों जवानों ने इलाके को चारों तरफ से घेरा हुआ है। अब खबर है कि नक्सली शायद पहले ही इलाके से निकल गए हैं, इसलिए अब पुलिस फोर्स को धीरे-धीरे वापस बुलाया जा रहा है।
क्या है ऑपरेशन की स्थिति
ऑपरेशन को 140 घंटे से ज्यादा हो चुके हैं। कोई खास हलचल नक्सलियों की ओर से नहीं दिखी। जो IED ब्लास्ट हुए, वो पहाड़ के निचले हिस्से में लगाए गए थे। ग्रामीणों का कहना है कि गोलीबारी सिर्फ फोर्स की ओर से हो रही है, नक्सली चुप हैं। लोकेशन छुपाने के लिए फायरिंग नहीं कर रहे। वे हथियार बचा रहे हैं, ताकि निर्णायक लड़ाई में ताकतवर बने रहें।
यह भी हो सकता है कि वे पहले ही तेलंगाना के जंगलों में भाग गए हों। आपको बता दे, कि पहले ऑपरेशन में 5000 जवान भेजे गए थे। 2000 जवान बैकअप फोर्स के रूप में तैनात किए गए थे। अब दंतेवाड़ा से आए डीआरजी जवानों को वापस बुला लिया गया है। शनिवार को 60 बाइकों पर सवार होकर जवान लौटे, सिर्फ पानी की बोतलें साथ थीं। बीजापुर, सुकमा, दंतेवाड़ा, बस्तर, नारायणपुर, कोंडागांव से जवान इस ऑपरेशन में शामिल हुए। अब ऑपरेशन को धीरे-धीरे समेटा जा रहा है, लेकिन स्थिति पर नजर बनी हुई है।