मुंबई। मुंबई पुलिस ने एक अंतरराज्यीय गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है, जिन पर एक ई-कॉमर्स कंपनी से पार्सल स्टिकर बदलकर 34 लाख से अधिक की ठगी करने का आरोप है। पुलिस के अनुसार, आरोपी एक विशेष तकनीक का इस्तेमाल कर कंपनी को ठगा करते थे।
गिरोह के सदस्य ई-कॉमर्स वेबसाइट से एक महंगा और दो सस्ते इलेक्ट्रॉनिक सामान ऑर्डर करते थे। ऑर्डर डिलीवरी मिलने पर, वे डिलीवरी बॉय के साथ मिलकर बीच रास्ते में ही सामान ले लेते थे। इसके बाद महंगे सामान से सस्ते सामान का स्टिकर और सस्ते सामान से महंगे सामान का स्टिकर बदल दिया जाता था। इसके बाद सस्ते सामान को कंपनी को लौटाया जाता और महंगे सामान अपने पास रख लिए जाते।
इस चालाकी के जरिए गिरोह ने लाखों रुपये की ठगी की। सोमवार को क्राइम ब्रांच को सूचना मिली कि गिरोह के सदस्य मुंबई के बोरीवली में ऑर्डर लेने आ रहे हैं। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए बोरीवली (पश्चिम) से हरियाणा और छत्तीसगढ़ के रहने वाले चार आरोपियों को गिरफ्तार किया।
गिरफ्तारियों के बाद पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 45 लाख रुपए मूल्य का इलेक्ट्रॉनिक सामान, एक कार और एक टेंपो बरामद किया। पूछताछ में आरोपियों ने ठगी की पूरी योजना का खुलासा किया है। पुलिस ने बताया कि गिरोह में डिलीवरी बॉय, तकनीकी जानकार और सामान परिवहन के लिए अलग-अलग सदस्य शामिल थे।
मुंबई पुलिस अब मामले की और जांच कर रही है और संभावित अन्य वारदातों में गिरोह के अन्य सदस्यों की पहचान करने में जुटी है। इस तरह के ठगी मामलों के खिलाफ ई-कॉमर्स कंपनियों को भी अपने डिलीवरी और रिटर्न सिस्टम को और मजबूत करने की चेतावनी दी गई है।