भिलाई। 10 मार्च 2025 को, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निवास पर छापा मारा, जिसमें 33 लाख रुपये नकद बरामद किए गए। लगभग 10 घंटे की पूछताछ के बाद, ईडी अधिकारी वहां से लौट गए। बाद में, भूपेश बघेल ने मीडिया से बातचीत में कहा कि उनके पास डेढ़ सौ एकड़ से अधिक जमीन और डेयरी व्यवसाय है, और यह राशि परिवार के सदस्यों और व्यवसाय से संबंधित है।
उन्होंने आरोप लगाया कि विधानसभा में विजय शर्मा से सवाल पूछने के बाद ईडी की यह कार्रवाई हुई है, जो भाजपा की बौखलाहट का परिणाम है। उन्होंने कहा कि उन्हें कुछ नहीं मिला, इसलिए शाम तक कार्रवाई खत्म हो गई। उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि पंजाब के प्रभाव के कारण उनके घर पर छापा मारा गया है।
ईडी की पूछताछ के दौरान, उनसे संपत्ति और मोबाइल के बारे में सवाल किए गए। उन्होंने बताया कि अभिषेक सिंह के एक मामले की फाइल भी ईडी को मिली है, लेकिन सोना, चांदी और जेवरात नहीं लिए गए हैं। उन्होंने कहा कि विधानसभा में सवाल पूछना अब अपराध हो गया है, और यह कार्रवाई उन्हें प्रताड़ित करने और बदनाम करने के लिए की गई है।