Ambikapur: जानिए क्यों संरक्षित अनुसूचित जनजातियों के लोगों को अपने ही जाति को बताने करना पड़ रहा है जद्दोजहद

शिव शंकर साहनी@अंबिकापुर.सरगुजा संभाग में निवासरत पण्डो, पहाड़ी कोरवा, बिरहोर जनजाति के पास सेटलमेंट रिकार्ड नहीं हो पाने के कारण उनका जाति प्रमाण पत्र नहीं बन पा रहा है..जहा इन संरक्षित अनुसूचित जनजातियों के लोगों को अपने ही जाति को बताने जद्दोजहद करना पड़ रहा है..
40 हजार से अधिक परिवारों को नहीं मिल पा रहा आदिवासी होने का लाभ
सरगुजा संभाग में 40 हजार से अधिक परिवार है जो अपने जाति प्रमाण पत्र के अभाव में आदिवासी होने का कोई लाभ नहीं मिल पा रहा है..स्थिति यहां तक आ गई है कि एकलव्य आवासीय विद्यालय, आदिवासी छात्रावासों से बच्चों को बाहर निकाल दिया जा रहा है..थानों में प्रमाण पत्र पेश नहीं कर पाने के कारण गैर आदिवासियों पर अनुसूचित जाति, जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम की धाराओं के तहत अपराध दर्ज नहीं हो पा रहा है..शासन की योजनाओ में भी जाति प्रमाण पत्र नहीं होने से परेशानियां झेलनी पड़ रही है..इधर समाज कल्याण समिति के प्रदेशाध्यक्ष उदय पंडो ने कहा है कि जाति प्रमाण पत्र जारी करने की प्रक्रिया में सरलीकरण किया जाना चाहिए.
केंद्रीय राज्य जनजाति कार्य मंत्री ने कहीं ये बात
इधर केंद्रीय राज्य जनजाति कार्य मंत्री रेणुका सिंह ने कहा कि छत्तीसगढ़ प्रदेश से जो जातियों में लिपिकि त्रुटि थी.उनका संशोधन और कुछ ऐसी जातियां जिनको सूची में शामिल करना था.. इसमें जो भी प्रक्रिया होती है वह सभी प्रक्रिया पूरी हो गई है..लेकिन पार्लियामेंट का सत्र कम होने की वजह से विधेयक नहीं आ पाया है.. लेकिन आने वाले सत्र में यह विधेयक मेरे द्वारा लाया जाएगा..जिसके बाद ही जाति प्रमाण पत्र को लेकर जो भी त्रुटि है वह दूर हो सकेगी।
विशेष पिछड़ी जनजाति परिवार को सेटेलमेंट के अभाव में जारी नहीं हो पा रहा जाति प्रमाण पत्र
बहरहाल इन पण्डो, पहाड़ी कोरवा, बिरहोर विशेष पिछड़ी जनजाति परिवारों के पूर्वज कई पीढ़ियों प्रारंभ से इस संभाग में निवास करते आ रहें हैं. इनका सेटेलमेंट नहीं है और न ही 1950 के पूर्व का कोई जाति संबंधित दस्तावेज है, इसलिए संभाग के जिलों में निवासरत पण्डो, पहाड़ी कोरवा, विरहोर परिवारों का जाति प्रमाण पत्र नहीं बन रहा है.यही वजह है कि सरगुजा संभाग के सभी जिलों में निवासरत पण्डो, पहाड़ी कोरवा, विरहोर विशेष पिछड़ी जनजाति परिवार को सेटेलमेंट के अभाव में जाति प्रमाण पत्र जारी नहीं हो पा रहा है.इसलिए दर-दर भटक रहें हैं और पढ़ाई छोड़ रहे हैं।