
नितिन@रायगढ़. शहर की बेटी काजल की नृशंस हत्या की घटना को बीते करीब दस दिन हो गए हैं। वही पुलिस ने मामले की गंभीरता को समझते हुए हत्या में शामिल सभी दुर्दांत हत्यारों को पकड़ कर जेल भी भेज दिया है।
इसके बावजूद उक्त लोमहर्षक घटना को लेकर शहर का सभी वर्ग आज भी दुखी और चिंतित है। आरोपियों के पकड़े जाने के बाद से ही शहर के विभिन्न समाज के लोग उक्त जघन्य हत्या के लिए आरोपियों को फांसी की सजा दिए जाने की मांग करते दिख रहे है। इसे लेकर पुलिस अधीक्षक के माध्यम से कई राजनीतिक और समाजिक संगठनों ने शासन के नाम लिखित ज्ञापन भी सौंपा है।
वही कुछ अन्य संगठन के लोगों का मानना है कि इस मामले में मृत पीड़िता के परिवार को सही न्याय तभी मिल सकेगा जब आरोपियों को कड़ी सजा से बचाने के लिए जिले के विद्वान अधिवक्ता गण उनकी तरफ से पैरवी ही नही करेंगे।
इस क्रम में आज शहर के सिंधी समाज के लोग मृतिका की मां शांति देवी मसंद के साथ जिला सत्र न्यायालय भवन में स्थित बार हाउस पहुंचे। यहां उन्होंने लिखित आवेदन देकर जिला अधिवक्ता संघ के पदाधिकारियों से मुलाकात की। समाज के लोगों ने बुद्धिजीवी अधिवक्ताओं से विनम्रता पूर्वक निवेदन करते हुए कहा कि दिवंगत मासूम बेटी काजल के हत्यारों के पक्ष में आप लोग पैरवी न करें।
साथ ही समाज के लोगों ने अधिवक्ता गणों से कहा कि आप सभी आरोपियों को कड़ी सजा दिलाने में न्यायालय तथा पुलिस की मदद भी करें। ताकि भविष्य में शहर की किसी बेटी के साथ इस तरह की विभत्स घटना न हो। वही समाज के लोगों की अपील को सम्मानिय अधिवक्ता गणों गंभीरता से लेते हुए उस पर विचारोंपरांत निर्णय लेने को कहा। उन्होंने समाज के लोगों को आश्वस्त किया कि हर संभव हम अधिवक्ता गण आरोपियों की पैरवी नही करेंगे। परंतु अंतिम निर्णय जिला अधिवक्ता संघ की आगामी बैठक में ही लिया जाएगा।
समाज के लोगों ने अधिवक्ताओं से मिलने के बाद विशेष न्यायाधीश जितेंद्र जैन और लोक अभियोजक अनूप कुमार साहू से भी मुलाकात की और उनसे भी निवेदन करते हुए कहा कि आप सब कानून की प्रक्रिया के तहत आरोपियों को शीघ्रता पूर्वक कड़ी सजा दिलाने में हमारी मदद करें ।
ध्यान देने योग्य बात यह है कि बीते तीन दिन पहले सिंधी समाज के लोग इसी विषय को लेकर पुलिस अधीक्षक कार्यालय गए थे,वहां उन्होंने एसपी अभिषेक मीणा से मुलाकात की थी। इसके पूर्व सर्व समाज के लोग तथा भाजपा महिला मोर्चा ने भी एसपी साहब से मिलकर आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा दिए जाने की मांग की है।