
दुर्गा प्रसाद सेन@बेमेतरा। शासन प्रशासन के द्वारा नरवा घुरवा नरवा बाड़ी जैसे महती योजना को क्रियान्वित करने के लिए जिले के गोठानों को आजीविका केंद्रों के रूप में भी विकसित करने का प्रयास किया जा रहा है।इसके तहत गोबर खरीदी से लेकर वर्मी कम्पोस्ट निर्माण के अलावा विभिन्न गतिविधिया चलाई जा रही हैं।वहीं गोबर से खाद के अलावा कई भगवान लक्ष्मी जैसे आकर्षक उत्पाद भी जिले में तैयार किये जा रहे हैं।जिले में विगत वर्ष दीपावली को देखते हुए बडी संख्या में गोबर से आकर्षक दिये बनाये गए थे।जिनकी काफी मांग रही हैं।और लोगों ने इसे हाथों हाथ लिया है।इससे गोठानों में गौरी स्वसहायता समूह व जय महालक्ष्मी स्वसहायता स्वसहायता समुह महिला समूह राखी जोबा की एक बड़े साधन के रूप में देखा जा रहा था। गौरी स्वसहायता समूह व जय महालक्ष्मी महिला स्वसहायता समूह राखी जोबा द्वारा गोबर में विभिन्न भगवान लक्ष्मी जैसे कला कृति कर आकर्षक डिजाइन और पेंटिंग कर दीयों को आकर्षक बनाया जाता है।जिससे ग्राहकों को गोबर आकर्षित करता है।इसके कारण ग्राहकों को इस बार भी दीपावली पर्व के अवसर पर गोबर के दीयों का इंतजार है।पिछले वर्ष मोमबत्ती और विभिन्न आकर्षक डिजाइन के बल्ब के जगहों पर लोगों ने गोबर के दीये की खरीदी ग्राहकों ने की है।
पिछले वर्ष साजा जनपद पंचायत के तहत राखी जोबा की जय महालक्ष्मी महिला व गौरी स्वसहायता समूहो के माध्यम से 80 हजार रुपये व टीपनी स्वसहायता समूह की महिलाएं 54 हजार रुपये से ज्यादा गोबर के दीये तैयार कर बाजार में बेचे गये थे।जिससे महिला समूहों को मुनाफा हुआ था। जिससे जिले वासियों के साथ महिला स्वसहायता समूह की दीवाली रौनक नजर आ रही थी।…..