बेमेतरा

‌Unlock: हफ्तेभर की तालेबंदी, फिर अनलॉक के साथ बाजारों में उड़ी सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां, क्या ऐसे थमेगा कोरोना?

दुर्गा प्रसाद सेन@बेमेतरा। (Unlock) दो सप्ताह के सख्त लॉकडाउन के बाद मंगलवार को राजधानी सहित जिला अनलॉक हो गया है। ऐसी स्थिति में जरूरत का सामान खरीदने वालों की शहर के प्रमुख बाजारों में भीड़ उमड़ने की आशंका है। बाजार में अचानक से भीड़ उमड़ने से कोरोना संक्रमण फैलने का खतरा है। अनलॉक होने के बाद बाजारों में भीड़ को नियंत्रित करने  कलेक्टर, पुलिस, नगर पालिका तथा प्रमुख अधिकारी  पूरी मुस्तैदी से डटे हुये हैं।

एक हफ्ते का था लॉकडाउन

गौरतलब है, (Unlock) इस बार का लॉकडाउन सख्त होने की जानकारी मिलने के बाद लोगों ने पूरे एक सप्ताह के लिए खाने-पीने की जरूरत के हिसाब से सामानों की पहले ही खरीदारी कर ली थी। इस लॉकडाउन में लोगों को एक निश्चित समयसीमा में दूध को छोड़कर अन्य किसी भी तरह के खाने-पीने का सामान नहीं मिला। ऐसी स्थिति में अनलॉक (Unlock) के बाद शहर के प्रमुख थोक और चिल्हर बाजारों में भीड़ उमड़ने की आशंका है। बाजार में पहुंचने वाले लोगों को कंट्रोल करना प्रशासन तथा पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती है।

Kanker: आपसी रंजिश में खूनी खेल, जानिए कहां क्या हुआ…..देखें तस्वीरें

सोशल डिस्टेंसिंग की उड़ी धज्जियां

मंगलवार को अनलॉक के एक दिन पहले शहर में अनाउंस कराकर लोगों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने अपील भी नही की गई। जिससे लोगों को बेवजह घर से बाहर न निकलने के लिए भी नही कहा गया। सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने तथा भीड़भाड़ वाले इलाकों को खाली कराने नगर निगम की मदद ली गई हैं। शहर के बाजारों में लोगों की भीड़ एकत्रित न हो, इसे ध्यान में रखते हुए दुकान के बाहर सामान निकालकर बेचने वाले दुकानदारों के खिलाफ कार्रवाई करने की चेतावनी दी है।  कार्रवाई पुलिस व ट्रैफिक विभाग दोनों मिलकर करेंगे।

NEET 2020: जल्द जारी होंगे परिणाम, ऐसे कर सकते हैं चेक

सड़क किनारे पसरा बिछाकर बेच रहे सब्जी

शहर के  कई इलाकों में लोग सड़कों पर पसरा बिछाकर सब्जी बेचने के साथ अन्य तरह के कारोबार करते हैं। उन्हें पहले सड़क पर पसरा बिछाकर सब्जी तथा अन्य सामान नहीं बेचने की लिए समझाइश दी जाएगी। समझाइश के बाद भी नहीं मानने वाले लोगों के खिलाफ नगर पालिका तथा पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा जब्ती कार्रवाई करने की बात  कही है।  जिले के लिये ऐसे में ये बड़ा सवाल है कि हफ्तेभर की तालेबंदी से मजदूरों, रोज कमाने-खाने वालों के सामने भी दिक्कतें आ रही हैं।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button