
नितिन@रायगढ़…सुबह करीब 9.30 बजे रेलवे रनिंग रूम के पास चाकूबाजी की घटना हुई। इस मामले में मेरे पति के खिलाफ धारा 307 के तहत एफ.आई.आर. दर्ज करा दिया गया है। जबकि मेरे पति सुबह 8.00 बजे से जिंदल प्लांट में नौकरी कर रहे हैं,तथा अभी भी जिंदल प्लांट के अंदर है । घटना का समय सुबह 9:30 का है, और उसके पति सुबह 8:00 बजे जिंदल प्लांट के अंदर थे।
विवाद उनके भतीजे और मोहल्ले के ही रोहित राजपूत का था। लेकिन दबाव बनाने के लिए उनके पति का नाम भी इसमें जबरदस्ती डाल दिया गया है।
इस प्रकार पाक्सों के प्रकरण में राजीनामा करवाने का दबाव बनाने के लिये लगातार पुलिस मशीनरी का दुरूपयोग किया जा रहा है। इस क्रम में मेरे पति के खिलाफ झूठी एफ.आई.आर. दर्ज करायी गई है। उन्होंने इस मामले में साक्ष्य के बतौर जिंदल का अटेंडेंस का फोटो भी मीडिया को शेयर किया है।
मामले में कोतवाली टी आई शनिप रात्रे ने कहा कि FIR प्रार्थी के सूचना के अनुसार की गई है, यह जांच का विषय है कि आरोपी उस वक्त कहां था, यदि वह उस वक्त घटनास्थल पर मौजूद नहीं था तो उसे किसी तरह परेशान होने की जरूरत नहीं है।
इस बारे में रायगढ़ अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजय महादेवा ने मीडिया को बताया कि मामले की जांच की जाएगी अगर जांच में आरोपी संतोष पटेल अगर मौके पर मौजूद नहीं होगा, तो उसका नाम FIR से पृथक कर दिया जाएगा। अगर वह मौके पर मौजूद होगा तो वह आरोपी बना रहेगा।
घटना को लेकर शहर में ये चर्चा आम है कि पूरा घटना क्रम एक स्कूली छात्रा से स्कूल परिसर के अंदर एक स्थानीय गुंडा समूह के किसी युवक ने जबरन छेड़खानी की थी। इस तरह दो परस्पर विरोधी समूह जिनमें पुराना विवाद भी रहा है,उसकी वजह से चाकू बाजी की घटना घटी है। हालाकि दोनो घटनाओं को लेकर सीटी कोतवाली पुलिस ने सक्रियता दिखाते हुए तत्काल अपराध पंजीबद्ध कर जांच शुरू कर दी है।