पीले रंग के बोर्ड पर ही क्यों लिखा होता है रेलवे स्टेशन का नाम? क्या है इसके पीछे लॉजिक, जानें

क्या आपने कभी सोचा है कि पूरे देश में हजारों रेलवे स्टेशन होते हैं, लेकिन सभी रेलवे स्टेशनों पर स्टेशन के नाम पीले बोर्ड पर ही लिखे होते हैं? अगर आपने कभी गौर किया हो तो रेलवे स्टेशन के नाम हमेशा पीले साइन बोर्ड पर काले रंग से ही लिखे देखे होंगे. इसके अलावा रेलवे स्टेशन पर मौजूद दूसरे निर्देश भी ज्यादातर पीले रंग के बोर्ड पर लिखे जाते हैं. क्या आपको इसके पीछे का कारण पता है, नहीं… चलिए हम बताते हैं.

बता दें कि पीला रंग काफी चमकदार के साथ-साथ काफी आकर्षित होता है. यह रंग दूर से ही ट्रेन के ड्राइवर को दिख जाता है. इसके अलावा पीला रंग गति धीमी करने का भी संकेत देता है. पीले रंग के बोर्ड ट्रेन के लोको पायलट को गति धीमी करने या सतर्क रहने का संकेत देते हैं.

भीड़भाड़ वाले इलाकों में पीले रंग का बैकग्राउंड बाकी रंगों के मुकाबले काफी अच्छा काम करता है.

पीले रंग के बैकग्राउंड पर काले रंग की लिखाई सबसे ज्यादा प्रभावशाली होती है और इसे दूर से भी स्पष्ट तौर पर देखा जा सकता है.

बारिश, कोहरा या धूप किसी भी मौसम में पीले रंग के बोर्ड पर काले रंग का अक्षर बड़ा होता है जो बड़ा आसानी से दिख जाता है.

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