रायपुर। राजधानी रायपुर के पॉश इलाके में करोड़ों की संपत्तियों को लेकर बड़ा विवाद सामने आया है। छत्तीसगढ़ राज्य वक्फ बोर्ड ने शहर की मालवीय रोड और हलवाई लाइन की 40 दुकानों पर अवैध कब्जे का आरोप लगाया है।
वक्फ बोर्ड का दावा है कि ये दुकानें वक्फ की संपत्ति हैं, जिन पर पहले किराएदार रहे लोग अब फर्जी रजिस्ट्री कर स्वयं को मालिक घोषित कर चुके हैं। राज्य वक्फ बोर्ड ने रायपुर के कलेक्टर और एसएसपी को पत्र लिखकर इन रजिस्ट्रियों को शून्य घोषित करने और संपत्ति को फिर से वक्फ बोर्ड के नाम दर्ज करने का आग्रह किया है। साथ ही सभी संबंधित दुकानदारों को नोटिस भी जारी किए गए हैं।
किन-किन प्रतिष्ठानों पर है दावा?
बताया गया है कि मालवीय रोड स्थित एवन बेकरी, लक्ष्मी इलेक्ट्रॉनिक्स, और उससे सटी अन्य दुकानें वक्फ की संपत्ति थीं। इसी तरह हलवाई लाइन की भी कई दुकानें इस दायरे में आती हैं। इन सभी दुकानों पर अब निजी स्वामित्व के दावे किए जा रहे हैं, जो वक्फ बोर्ड के अनुसार अवैध हैं।
क्या बोले वक्फ बोर्ड अध्यक्ष?
वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष डॉ. सलीम राज ने बताया कि, “इन दुकानों पर पहले किरायानामा था, जो अब भी वक्फ बोर्ड के पास सुरक्षित है। लेकिन बाद में फर्जी रजिस्ट्री के जरिए ये संपत्तियां निजी नामों पर चढ़ा दी गईं। जबकि सरकारी रिकॉर्ड में अब भी ये संपत्ति वक्फ बोर्ड के नाम दर्ज हैं।” डॉ. राज ने आगे कहा कि बोर्ड के पास सभी कानूनी दस्तावेज मौजूद हैं और सरकार द्वारा बनाए गए नए वक्फ कानून के तहत इन संपत्तियों को पुनः वक्फ बोर्ड के अधिकार में लाने की प्रक्रिया शुरू की गई है।
देशभर में चल रहा है वक्फ संपत्तियों को लेकर विवाद
यह मामला उस समय सामने आया है जब देशभर में वक्फ संपत्तियों को लेकर विवाद तेज़ हो गया है। केंद्र सरकार द्वारा वक्फ संपत्तियों की सुरक्षा और पुनः अधिग्रहण के लिए नियमों को सख्त किया जा रहा है, जिससे अब राज्यों के वक्फ बोर्ड भी सक्रिय हो गए हैं।