रायपुर। छत्तीसगढ़ में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में एक नई शुरुआत हुई है। राज्यपाल रमन डेका ने प्रोफेसर विजय कुमार गोयल को छत्तीसगढ़ निजी विश्वविद्यालय विनियामक आयोग का नया अध्यक्ष नियुक्त किया है। उन्होंने बुधवार को पदभार ग्रहण कर लिया है।
यह जिम्मेदारी उन्हें सेवानिवृत्ति के बाद सौंपी गई है। प्रो. वी.के. गोयल संत गोविंदराम सदाणी शासकीय कला एवं वाणिज्य कन्या महाविद्यालय, देवेंद्र नगर के प्रिंसिपल रह चुके हैं। साथ ही वे छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल के सचिव भी रह चुके हैं। पदभार ग्रहण करते हुए उन्होंने राज्यपाल और मुख्यमंत्री का आभार जताया। पदभार ग्रहण के बाद प्रो. गोयल ने कहा कि उनकी प्राथमिकता राज्य में नई शिक्षा नीति 2020 को लागू करते हुए प्राइवेट यूनिवर्सिटीज़ के जरिए उच्च शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाना होगी।
उन्होंने कहा – “राज्य में निजी विश्वविद्यालयों के माध्यम से ग्रॉस एनरोलमेंट रेशियो (GER) को बढ़ाया जाएगा ताकि ज्यादा से ज्यादा युवाओं को उच्च शिक्षा से जोड़ा जा सके।”
शिक्षा अधिनियम 2005 के तहत होगा काम
प्रो. गोयल ने यह भी स्पष्ट किया कि आयोग का कार्य छत्तीसगढ़ निजी विश्वविद्यालय अधिनियम 2005 में निहित प्रावधानों के तहत होगा। सभी निजी विश्वविद्यालयों को गुणवत्ता, पारदर्शिता और नियामकीय दिशा-निर्देशों का पालन करना होगा।
क्या है GER (ग्रॉस एनरोलमेंट रेशियो)
GER यह दर्शाता है कि किसी विशेष आयु वर्ग (जैसे 18-23 वर्ष) के कितने प्रतिशत युवा उच्च शिक्षा में नामांकित हैं। भारत का औसत GER करीब 27% है, जिसे बढ़ाने का लक्ष्य नई शिक्षा नीति के तहत तय किया गया है।