बिपत सारथी@मरवाही। गरीब वर्ग के लोगों के लिए बनाए जाने वाला प्रधानमंत्री आवास चढ़ी भ्रष्टाचार की भेंट 4 वर्षों से आवास अधूरे पड़े हैं। तीन किस्त राशि निकलने के बाद भी आवास पूर्ण नहीं हुए हैं।
हितग्राही ने गौरेला थाने में शिकायत की हैं. पूरा मामला जिला गौरेला पेंड्रा मरवाही के गौरेला जनपद पंचायत में आने वाले ग्राम पंचायत पिपरखूंटी का है। जहां 10 से 12 प्रधानमंत्री आवास ऐसे हैं जिनकी तीनों किश्तों को आरटीजीएस के माध्यम से , हितग्राही के खाते से ठेकेदार ने अपने खाते में ट्रांसफर करवा लिया है, परंतु आज तारीख तक उनके आवासों को पूरा नहीं कर सका।
गांव के कुछ लोगों ने प्रधानमंत्री आवास अधूरा होने के कारण पंचायत से पलायन कर लिया है और वह दूसरे गांव में जाकर रहने को मजबूर हैं। इस संबंध में जब अधिकारियों से बात की जाती है तो उनका जवाब होता है, प्रधानमंत्री आवास योजना हितग्राही मूलक योजना है प्रधानमंत्री आवास का निर्माण हितग्राही को स्वयं करवाना है। किसी ठेकेदार के माध्यम से कार्य नहीं करवाना है ,अगर ठेकेदार के माध्यम से वह कार्य करवा रहा है तो इसमें पूरी तरह गलती हितग्राही की मानी जाएगी।
हितग्राही ने परेशान होकर आखिर गौरेला थाना में ठेकेदार के विरुद्ध आवेदन दिया है पुलिस ने जांच कर उचित कार्यवाही करने का आश्वासन भी दिया है परंतु तीनों किश्त निकाले जाने के बाद , जिन प्रधानमंत्री आवासो में छत नहीं ढला है अब उसे कैसे पूरा किया जाएगा यह बड़ा सवाल है, आदिवासियों को पूरी तरह से छला गया है।