जगदलपुर। नवरात्रि पर्व के अवसर पर आयोजित गरबा कार्यक्रमों में गैर हिंदू प्रायोजकों की भागीदारी पर विश्व हिंदू परिषद (VHP) और बजरंग दल ने कड़ा विरोध जताया है। संगठन का कहना है कि प्रायोजक के रूप में गैर सनातनियों की उपस्थिति से गरबा की मर्यादा भंग हो रही है और यह आस्था के इस पवित्र पर्व को चोट पहुंचाने का काम है।
वीएचपी और बजरंग दल ने चेतावनी दी है कि अगर गरबा आयोजनों में गैर सनातनियों को प्रायोजक के रूप में शामिल किया गया, तो वे कार्यक्रम स्थल पर पहुंचकर हनुमान चालीसा का पाठ करेंगे और इस मामले में सख्त कार्रवाई की जाएगी। उनका कहना है कि इस तरह की स्थिति से न केवल गरबा की गरिमा कम होती है, बल्कि समाज में अश्लीलता और फूहड़ता भी बढ़ती है।
वीएचपी-बजरंग दल के जिला अध्यक्ष शंकर लाल गुप्ता ने कहा कि गरबा के पवित्र माहौल में अश्लीलता और नग्नता की घटनाओं में वृद्धि हुई है। गैर हिन्दू प्रायोजकों की भागीदारी इस पर्व की सांस्कृतिक और धार्मिक मर्यादा को ठेस पहुंचाती है। उन्होंने स्पष्ट किया कि आस्था के पर्वों को सुरक्षित रखने और मर्यादा बनाए रखने के लिए संगठन सक्रिय रूप से विरोध करता रहेगा।
स्थानीय आयोजकों से भी अपील की गई है कि वे भविष्य में गरबा कार्यक्रमों के आयोजन में धर्म और संस्कृति की मर्यादा का ध्यान रखें। वीएचपी और बजरंग दल ने कहा कि उनका प्रयास केवल धार्मिक और सांस्कृतिक गरिमा को बनाए रखने का है, न कि किसी समुदाय के खिलाफ।
इस विरोध के बाद आयोजकों में संशय की स्थिति बनी है और अगले कुछ दिनों में इस मामले पर आयोजकों द्वारा निर्णय लेने की संभावना जताई जा रही है। गरबा पर्व के दौरान आस्था और संस्कृति की रक्षा को लेकर यह विवाद नगर में चर्चा का विषय बना हुआ है।