नितिन@रायगढ़/लैलूंगा। जमानत पर जेल से छूटे लैलूंगा के चार युवकों के से एक युवक की तबियत बिगड़ने से मौत हो जाने के बाद भाजपाईयो ने लैलूंगा में शव को रखते हुए चक्का जाम कर दिया था।
आखिरकार 50 हज़ार रुपए का तत्कालिक मुआवजा व मौत के कारणों की दण्डाधिकारी से निष्पक्ष जांच करवाने के आश्वसन के बाद ही हंगामा शांत हो सका।
बताया जा रहा है कि लैलूंगा में कुछ युवकों ने एक समाज विशेष के कार्यक्रम में धर्मांतरण कराये जाने का आरोप लगाते हुए विरोध किया था। इस पर पुलिस ने 4 युवकों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। शनिवार को वे सभी जमानत पर रिहा हुए थे।
जिसके बाद कल शाम उनमें से एक युवक ललित यादव की तबियत अचानक बिगड़ी और उसकी मौत हो गई। इस पर भाजपा ने पुलिस पर युवकों को झूठे प्रकरण में फंसा कर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। उनके अनुसार भूपेश सरकार के शासन में पुलिस और जिला प्रशासन पूरी तरह से निरंकुश हो गया है।
घटना के विरोध में भाजपा जिला अध्यक्ष उमेश अग्रवाल, गुरूपाल भल्ला,युवा मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष रवि भगत सहित रायगढ से कई अन्य भाजपा पदाधिकारी लैलूंगा पंहुचे। फिर मृत युवक ललित के शव को सड़क पर रख कर चक्काजाम शुरू कर दिए। इधर हंगामा मचाते देख धरमजयगढ़ एसडीओपी दीपक मिश्रा पुलिस बल के साथ मौके पर पंहूच कर प्रदर्शन कर रहे भाजपाईयो से चर्चा की। भाजपा नेताओं का कहना था कि पुलिस ने प्रताड़ित किया है जिससे उसकी मौत हुई है। वही भाजपा मृतक के परिजनों को मुआवजा व पूरी घटना की सी बी आई जांच की मांग वे कर रहे थे। वही लैलूंगा एसीएम ने 50 हज़ार रुपये मुआवजा व घटना की दंडाधिकारी जांच कराने का आश्वासन दिया। तब कही जाकर चक्काजाम समाप्त हो सका।