कानपुर। (UP) यूपी के कानपुर पुलिस का एक और बेशर्म चेहरा सामने आया है. दरअसल, एक विकलांग गरीब लाचार महिला की बेटी को एक महीने पहले कुछ लोग उठा ले गए. लेकिन पुलिस ने उसकी बेटी को ढूढंने के लिए दो से ढाई हजार का पेट्रोल भरवाती रही. इसके बावजूद न महिला की बेटी बरामद हुई, न कोई आरोपी पकड़ा गया.
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(UP) पुलिस के मुताबिक, गुड़िया की 15 साल की नाबालिग बेटी को एक महीने पहले ठाकुर नाम का व्यक्ति उठा ले गया था, जिसकी चकेरी पुलिस ने एफआईआर लिखी, (UP) लेकिन जांच करने वाली पुलिस उससे बेटी खोजने के नाम पर दो-ढाई हजार रुपये का डीजल जबरन भरवाती रही.
मजबूर होकर एसएसपी के पास पहुंची मां
उसकी बेटी फिर भी बरामद नहीं हुई तो उसे उलटा चौकी से भगा भी दिया.मजबूर होकर गुड़िया जब एसएसपी के यहां पहुंची तो भी उसने बड़ी मासूमियत से यही कहा कि साहब झूठ नहीं बोलूंगी, पुलिस को पैसा नहीं दिया, केवल तीन-चार बार इधर-उधर से मांगकर उनकी गाड़ी में डीजल भरवाया.
पुलिस पर जो आरोप है होगी जांच
गुड़िया जब अपनी शिकायत लेकर एसएसपी प्रतिविन्दर सिंह के यहां पहुची तो अपनी उन्होंने मानवता दिखाई. उन्होंने पुलिस को तुरंत गुड़िया की बेटी को ढूंढने का आदेश दिया और खुद अपनी स्कॉर्ट गाड़ी से गुड़िया को 6 किलोमीटर दूर चकेरी थाने भिजवाया. अधिकारियों ने कहा कि पुलिस पर जो आरोप है, उसकी जांच करके कार्यवाही की जाएगी.