रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने छत्तीसगढ़ में उद्यमिता आयोग के गठन की घोषणा की है। यह आयोग राज्य में उद्यमशीलता को बढ़ावा देगा और रोजगार सृजन के लिए विभिन्न संभावनाओं का अध्ययन करेगा। इसके तहत युवाओं के कौशल विकास और रोजगार प्रशिक्षण पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री साय आज रायपुर में स्वदेशी जागरण मंच की अखिल भारतीय कार्यकारिणी परिषद की बैठक को संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर उन्होंने मंच की ऐतिहासिक यात्रा पर आधारित पुस्तक “स्वदेशी की विकास यात्रा” का विमोचन भी किया।
स्वदेशी अपनाना, भारत के विकास की दिशा में महत्वपूर्ण कदम
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक विकसित भारत और छत्तीसगढ़ के निर्माण के लिए हमें स्वदेशी को अपनाना होगा। उन्होंने स्वदेशी जागरण मंच के योगदान की सराहना करते हुए कहा कि मंच हमेशा से आत्मनिर्भरता और स्वदेशी उद्योगों को बढ़ावा देने में सक्रिय रहा है।
मेक इन इंडिया से आत्मनिर्भर भारत की ओर
मुख्यमंत्री ने “मेक इन इंडिया” अभियान की सराहना करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत अब हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर हो चुका है। उन्होंने बताया कि छत्तीसगढ़ राज्य की नई औद्योगिक नीति में रोजगार सृजन को सर्वोच्च प्राथमिकता दी गई है।
बस्तर में स्वदेशी उद्योगों को मिलेगा बढ़ावा
मुख्यमंत्री ने बस्तर जैसे नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में स्वदेशी उद्योगों को बढ़ावा देने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की नई नीतियों और सुरक्षा बलों की मदद से अब नक्सलवाद नियंत्रित हो चुका है और इन क्षेत्रों में उद्योगों की स्थापना से युवाओं को रोजगार मिलेगा।
उद्यमिता को मिलेगा बढ़ावा
कार्यक्रम में विभिन्न क्षेत्रों में सफल उद्यमियों को “उद्यमिता प्रोत्साहन पुरस्कार” से सम्मानित किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार युवाओं और नवाचार आधारित स्टार्टअप्स को हर संभव सहायता प्रदान करेगी।
मुख्यमंत्री साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ अब न केवल औद्योगिक क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है, बल्कि स्वदेशी को अपनाकर आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को मजबूत कर रहा है।