दुर्ग में दो और बांग्लादेशी युवतियां गिरफ्तार: फर्जी पहचान, शादी और दस्तावेजों से रह रही थीं भारत में

दुर्ग। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के भिलाई शहर में दो बांग्लादेशी युवतियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। दोनों गुरुवार रात जयंती नगर इलाके से संदेह के आधार पर हिरासत में ली गईं। ये महिलाएं शशि उपाध्याय नामक बुजुर्ग महिला के घर किराए से रह रही थीं और अपनी पहचान छुपा रही थीं।

जांच में सामने आया कि दोनों ने फर्जी आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी और बैंक खाता खुलवाए थे। इसके अलावा उन्होंने फर्जी शादियां भी कीं, जिससे भारत में रहने का कानूनी आधार बन सके। एक युवती के पति का पता पश्चिम बंगाल में चला है। दूसरी का पति पदुमनगर, भिलाई-3 में रहता है।

बांग्लादेश से संपर्क में थीं

पुलिस ने जब उनके मोबाइल जब्त किए तो उनमें बांग्लादेश के 15 मोबाइल नंबर मिले। ये दोनों महिलाएं इंटरनेट और IMO ऐप के जरिए अपने परिवार से संपर्क में थीं। सपना मंडल उर्फ सनाया नूर ने स्वीकार किया कि वह दिनाजपुर, बांग्लादेश की रहने वाली है और 15 साल पहले भारत घुसी थी। उसने पश्चिम बंगाल और रायपुर में रहकर फर्जी पहचान बनाई और अभय शर्मा से शादी की।

खुशबू उर्फ रानी पासवान भी बांग्लादेश बॉर्डर से घुसपैठ कर भारत आई थी। उसने पहले दिनाजपुर और फिर आसनसोल में फर्जी दस्तावेज बनाए। गिरफ्तारी से पहले उसने मोबाइल डेटा डिलीट कर दिया। इस कार्रवाई के साथ दुर्ग जिले में अब तक 5 बांग्लादेशियों की गिरफ्तारी हो चुकी है। पुलिस इनके नेटवर्क और अन्य संदिग्धों की जांच में जुटी है।

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