दिल्ली। अमेरिका और भारत के बीच हालिया तनाव के पीछे अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नाराजगी प्रमुख वजह बताई जा रही है। पूर्व भारतीय राजदूत और लेखक विकास स्वरूप के मुताबिक, ट्रंप ने भारत पर 50% का भारी टैरिफ इसी खीझ में लगाया है। स्वरूप ने बताया कि ट्रंप की नाराजगी की दो मुख्य वजहें हैं।
पहली, भारत का ब्रिक्स में बने रहना, जिसे ट्रंप अमेरिका-विरोधी गठबंधन मानते हैं और जो डॉलर के खिलाफ नई मुद्रा की योजना बना रहा है। दूसरी वजह मई में भारत-पाकिस्तान युद्धविराम को लेकर भारत का यह कहना कि इसमें अमेरिका की कोई भूमिका नहीं थी।
ट्रंप का दावा था कि उन्होंने दोनों देशों को परमाणु युद्ध से बचाया, जिसे पाकिस्तान ने स्वीकार कर उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार के लिए नामांकित भी किया, लेकिन भारत ने इसे पूरी तरह नकार दिया। स्वरूप ने कहा कि यह टैरिफ भारत पर दबाव बनाने का हथकंडा है, मगर भारत ने स्पष्ट कर दिया कि वह किसी के सामने नहीं झुकेगा।
स्वरूप ने चेताया कि इतने ऊंचे टैरिफ का असर अमेरिकी जनता पर पड़ेगा और वहां महंगाई बढ़ेगी। उन्होंने यह भी बताया कि ट्रंप की यह खीझ सिर्फ भारत तक सीमित नहीं, वे रूस से भी नाराज हैं क्योंकि राष्ट्रपति पुतिन ने यूक्रेन युद्धविराम की शर्तें मानने से इनकार कर दिया। 15 अगस्त को ट्रंप और पुतिन की मुलाकात अलास्का में होनी है, जिससे यूक्रेन और उसके सहयोगी चिंतित हैं। स्वरूप ने कहा, भारत-अमेरिका रिश्ते रणनीतिक हैं जबकि अमेरिका-पाकिस्तान रिश्ते महज पैसों के खेल पर आधारित हैं