धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती पर मनाया जाएगा “जनजातीय गौरव पखवाड़ा”

रायपुर। भारत सरकार के जनजातीय कार्य मंत्रालय के निर्देशानुसार धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती के अवसर पर इस वर्ष 1 से 15 नवम्बर तक पूरे देश में “जनजातीय गौरव पखवाड़ा” मनाया जा रहा है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के मार्गदर्शन में छत्तीसगढ़ के सभी जिलों में विविध सांस्कृतिक एवं जनजागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।

राज्यभर में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में जनजातीय संस्कृति, लोककला, व्यंजन, हस्तशिल्प और विकास प्रदर्शनी शामिल होगी। जिला स्तर पर प्रभारी मंत्री, सांसद, विधायक, जनप्रतिनिधि और अधिकारी जनभागीदारी सुनिश्चित करेंगे। इसके साथ ही शहीद वीर नारायण सिंह लोक कला महोत्सव और उत्तर छत्तीसगढ़ जनजातीय लोकनृत्य महोत्सव का भी भव्य आयोजन होगा।

आश्रम-छात्रावासों और जनजातीय ग्रामों में प्रभातफेरी, वृक्षारोपण, वाद-विवाद, निबंध और चित्रकला प्रतियोगिताएँ होंगी। जनजातीय नायक-नायिकाओं के जीवन और योगदान पर संगोष्ठियाँ आयोजित की जाएँगी। इसके साथ ही लाभार्थी संतृप्ति शिविरों में आधार कार्ड, आयुष्मान कार्ड, सिकल सेल जांच, जनधन खाता, जाति प्रमाणपत्र, पीएम किसान निधि और किसान क्रेडिट कार्ड जैसी सेवाएँ दी जाएँगी।

जिला स्तरीय मुख्य समारोह में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिजनों, जनजातीय समुदाय के प्रमुखों, प्रतिभावान छात्रों और उत्कृष्ट कार्यकर्ताओं का सम्मान किया जाएगा। साथ ही “पीएम जनमन”, “आदि कर्मयोगी” और “धरती आबा योजना” से संबंधित लघु फिल्में प्रदर्शित होंगी।

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा, “धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की 150वीं जयंती गर्व और प्रेरणा का अवसर है। जनजातीय गौरव पखवाड़ा हमारी सांस्कृतिक विरासत के उत्सव और आदिवासी समाज के सशक्तिकरण का प्रतीक है।”

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