नई दिल्ली. देश की पहली अमृतभारत ट्रेन सफर के लिए तैयार हो चुकी है. इसका ट्रायल पूरा हो चुका है. यह पुल-पुश ट्रेन है, जिस तरह वंदेभारत एक्सप्रेस या ईएमयू ट्रेन कुछ ही समय में स्पीड पकड़ती है, उसी तरह यह अमृत भारत भी स्पीड पकड़ेगी. इसके रूट भी लगभग तय हो गए हैं. संभावना है कि जल्द ही पहली ट्रेन का संचालन शुरू हो जाएगा. अमृत भारत एक्सप्रेस का रंग केसरिया होगा. इसका इंजन वंदेभारत और ईएमयू की तर्ज पर होगा, जो पूरी तरह से केसरिया रंग का होगा. जबकि कोच की खिड़की के ऊपर व नीचे केसरिया रंग की पट्टी होगी.
रेलवे बोर्ड के अधिकारियों के अनुसार 22 कोच की ट्रेन 130 किलोमीटर प्रतिघंटा की रफ्तार से दौड़ेगी. अमृत भारत देश के कामगार और श्रमिकों को ध्यान में रखकर बनाई गयी है. इसमें स्लीपर व जनरल श्रेणी के कोच होंगे. पुल-पुश तकनीक होने के कारण अमृत भारत ट्रेन तेजी से पिकअप ले सकेगी और रफ्तार बढ़ जाएगी. आम जनता की इस ट्रेन को राजधानी एक्सप्रेस, शताब्दी एक्सप्रेस व वंदेभारत की तर्ज पर 130 किलोमीटर प्रतिघंटे की अधिकतम रफ्तार पर चलाया जाएगा. इसका किराया सामान्य रखा जाएगा. संभावना है कि देश की पहली अमृतभारत एक साथ दो रूट पर चलेगी, एक चितौड़गढ़ एक्सप्रेस और दूसरा तमिलनाडु एक्सप्रेस होगा. रूट भी लगभग तय हो गए हैं. बाद में अमृत भारत ट्रेनें उत्तर प्रदेश, बिहार, पंजाब, झारखंड, गुजरात, महाराष्ट्र सहित दक्षिण भारत के राज्यों के बीच चलाई जाएंगी. क्योंकि इन राज्यों में श्रमिकों-कामगारों का बड़ी संख्या है.
जानें पुल पुश तकनीक
पुश-पुल तकनीक में ट्रेन के दोनों सिरों पर इंजन होते हैं. आगे का इंजन ट्रेन खींचता है और पीछे का इंजन ट्रेन को धक्का लगाता है, जबकि ट्रेन को आगे के इंजन से लोकोपायलट व सहायक लोको पायलट चलाते हैं. तकनीकी भाषा में इसे पुश-पुल लोकोमोटिव कहते हैं.