रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित राज्योत्सव के दूसरे दिन राज्यपाल रमेन डेका मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि राज्य की 25 वर्ष की यात्रा गर्व और आत्मचिंतन का अवसर है। यह रजत जयंती वर्ष बीते सफर को याद करने और भविष्य के लिए नए संकल्प लेने का समय है।
राज्यपाल ने कहा कि 2000 में छत्तीसगढ़ के गठन के समय यह राज्य उम्मीदों और चुनौतियों से भरा था, लेकिन आज यह शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, उद्योग, सड़क, बिजली और संस्कृति जैसे सभी क्षेत्रों में उल्लेखनीय प्रगति कर चुका है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ ने अपनी युवा ऊर्जा और मेहनत से देशभर में विशिष्ट पहचान बनाई है।
राज्यपाल डेका ने छत्तीसगढ़ राज्य के निर्माता भारत रत्न स्व. अटल बिहारी वाजपेयी और राज्य निर्माण में योगदान देने वाले सभी महापुरुषों को नमन किया। उन्होंने मुख्यमंत्री विष्णु देव साय को बधाई देते हुए कहा कि राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं से ग्रामीण अर्थव्यवस्था, महिला सशक्तिकरण और युवा वर्ग को नई दिशा मिल रही है।
उन्होंने कहा कि विकास के साथ प्रकृति का संतुलन बनाए रखना आवश्यक है। नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में अब स्कूल, सड़कें और नई उम्मीदें जन्म ले रही हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ नक्सलमुक्त बनने की ओर अग्रसर है।
राज्यपाल ने कहा कि किसान, मजदूर, महिलाएं और युवा राज्य की वास्तविक शक्ति हैं। आने वाले वर्षों में छत्तीसगढ़ को सुशासन, विकास और भाईचारे का आदर्श राज्य बनाना हम सबका संकल्प होना चाहिए।
उन्होंने प्रदेशवासियों को राज्योत्सव की शुभकामनाएं दीं। कार्यक्रम में राज्य की प्रथम महिला रानी डेका, कलाकार आदित्य नारायण, पद्मश्री डोमार सिंह, और अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
